Lenskart IPO: सेबी के पास आईपीओ का ड्राफ्ट जमा, ये है लेंसकार्ट का प्लान

Lenskart IPO: ओमनीचैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट ने बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास आईपीओ लाने के लिए इसका ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है। इस आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे। चेक करें लेंसकार्ट के आईपीओ से जुड़ी पूरी डिटेल्स और कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है?

अपडेटेड Jul 29, 2025 पर 9:41 AM
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Lenskart IPO: ओमनीचैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट ने बाजार नियामक सेबी के पास आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल कर दिया है।

Lenskart IPO: ओमनीचैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट ने बाजार नियामक सेबी के पास आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल कर दिया है। इस बात की जानकारी मनीकंट्रोल को दो सूत्रों के हवाले से मिली है। मनीकंट्रोल ने पहले ही जानकारी दी थी कि कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए नए शेयर जारी कर ₹2150 करोड़ जुटाने की है। इसके आईपीओ के प्रस्ताव को 26 जुलाई को हुई कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में मंजूरी मिली थी। आईपीओ का साइज करीब ₹8500 करोड़ ($100 करोड़) का होने की उम्मीद है जिसमें ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत कुछ शेयरहोल्डर्स अपनी हिस्सेदारी हल्की कर सकते हैं।

को-फाउंडर की हिस्सेदारी बढ़ाने का प्लान

मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से कुछ समय पहले जानकारी मिली थी कि लेंसकार्ट के को-फाउंडर और सीईओ पीयूष बंसल (Peyush Bansal) ₹200 करोड़ का कर्ज जुटाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इन पैसों का इस्तेमाल वह कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में करेंगे। जानकारी के मुताबिक आईपीओ लाने की तैयारियों में जुटी लेंसकार्ट के सॉफ्टबैंक, Chiratae और टीआर कैपिटल समेत करीब आधे निवेशक अपने कुछ शेयर बेचने वाले हैं।


बड़े स्टार्टअप आईपीओ में शामिल हो पाएगी Lenskart?

लेंसकार्ट की नींव वर्ष 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमित कपाही ने रखी थी। यह आज देश की सबसे बड़ी ओमनीचैनल आईवियर कंपनी बन चुकी है। इसकी ऑनलाइन मौजूदगी के साथ-साथ 2,000 से ज्यादा फिजिकल स्टोर्स भी हैं। वर्ष 2019 में कंपनी यूनिकॉर्न बनी थी, और इसमें सॉफ्टबैंक (SoftBank), टेमासेक (Temasek), अबू धाबी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी (Abu Dhabi Investment Authority-ADIA), अल्फा वेव ग्लोबल (Alpha Wave Global), केकेआर (KKR), केदार कैपिटल (Kedaara Capital) और टीपीजी (TPG) जैसे निवेशकों ने पैसे डाले हैं। पिछले महीने कंपनी पब्लिक लिमिटेड एंटिटी में बदली थी और इसका नाम लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड हुआ था।

अब लेंसकार्ट ने मीशो (Meesho), फिजिक्सवाला (PhysicsWallah), पाइनलैब्स (Pine Labs), अर्बन कंपनी (Urban Company), वेकफिट (Wakefit), ग्रो (Groww) और शैडोफैक्स (Shadowfax) जैसे स्टार्टअप्स की उस लिस्ट में जगह बना ली है, जो आईपीओ की दिशा में बढ़ रहे हैं। अगर लेंसकार्ट 85,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) की वैल्यूएशन पर आईपीओ लाती है, तो यह जोमैटो (Zomato), पेटीएम (Paytm) और नायका (Nykaa) जैसे बड़े स्टार्टअप आईपीओ में शामिल हो जाएगी।

लेंसकार्ट की कैसी है कारोबारी सेहत

जून 2024 में लेंसकार्ट ने टेमासेक और फिडेलिटी से $20 करोड़ जुटाए थे और तब कंपनी की वैल्यूएशन करीब $500 करोड़ आंकी गई थी। बाद में फिडेलिटी ने अप्रैल 2025 में अपने पोर्टफोलियो अपडेट में कंपनी की वैल्यूएशन करीब $610 करोड़ तक बढ़ा दी। हालांकि वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की वित्तीय स्थिति थोड़ी कमजोर रही। फाइलिंग्स के मुताबिक ₹5,427 करोड़ की ऑपरेटिंग इनकम पर कंपनी को ₹10 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। इससे पहले कंपनी मुनाफे में थी। वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में कंपनी को रेवेन्यू $75.5 करोड़ (करीब ₹6,415 करोड़) होने का अनुमान है। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बिजनेस शामिल हैं।

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