Jaro Institute IPO: दिग्गज इंस्टीट्यूट्स के साथ मिलकर बीसीए, एमसीए और एमबीए जैसे डिग्री कोर्सेज और कुछ सर्टिफिकेट प्रोग्राम ऑफ करने वाली जारी इंस्टीट्यूट का ₹450 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है। यहां इस आईपीओ से जुड़ी 10 अहम बातें बताई जा रही है, जिसे जान लें और फिर आईपीओ में निवेश से जुड़ा फैसला लें।
1. प्राइस बैंड और लॉट साइज
जारो इंस्टीट्यूट के ₹450 करोड़ के आईपीओ में ₹846-₹890 के प्राइस बैंड और 16 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं।
जारो एडुकेशन का आईपीओ आज 23 सितंबर को खुला है और 25 सितंबर को बंद होगा। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 26 सितंबर को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 30 सितंबर को एंट्री होगी।
आईपीओ खुलने से पहले कंपनी ने 19 एंकर निवेशकों से ₹135 करोड़ जुटाए। इन्हें र्890 के भाव पर 15,16,853 शेयर जारी हुए हैं।
4. ग्रे मार्केट में स्थिति यानी GMP
ग्रे मार्केट में जारी एडुकेशन के शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से ₹122 यानी 13.71% की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।
5. आईपीओ में कितने शेयर होंगे जारी
जारो एडुकेशन के आईपीओ के तहत ₹170 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 31,46,067 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए इसके प्रमोटर संजय नामदेव सालुंके अपनी हिस्सेदारी हल्की करेंगे।
जारो इंस्टीट्यूट के आईपीओ का रजिस्ट्रार बिगशेयर सर्विसेज है यानी कि शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल होने के बाद इसकी साइट पर जारी अलॉटमेंट स्टेटस देख सकेंगे कि कितने शेयर मिले। इसके अलावा बीएसई की साइट पर भी स्टेटस देख सकेंगे।
7. कैसे होगा आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल?
ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर यानी प्रमोटर संजय नामदेव सालुंके को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹81.00 करोड़ मार्केटिंग, ब्रांड बिल्डिंग और एडवरटाइजिंग, ₹45.00 करोड़ कर्ज हल्का करने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
वर्ष 2009 में बनी जारो इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड रिसर्च लिमिटेड (जारो एडुकेशन) एक ऑनलाइन हायर एडुकेशन और अपस्किलिंग प्लेटफॉर्म है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक ऑफलाइन लर्निंग के लिए देश के अहम शहरों में इसके 22 ऑफिस और लर्निंग सेंटर्स हैं। इसके अलावा आईआईएम के 17 कैंपस में इसके 17 इम्मर्सिव टेक स्टूडियो सेटअप हैं।
9. क्या है कंपनी के पोर्टफोलियो में?
कंपनी 36 पार्टनर इंस्टीट्यूशंस को अपनी सर्विसेज देती है। कंपनी डीबीए, एमबीए, एमकॉम, एमए, पीजीडीएम, एमसीए, एमएससी, बीकॉम और बीसीए जैसे डिग्री कोर्सेज ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। इसके अलावा यह सर्टिफिकेट कोर्स भी मुहैया कराती है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके पोर्टफोलियो में 268 डिग्री प्रोग्राम और सर्टिफिकेट कोर्स हैं जिसे कंपनी के पार्टनर इंस्टीट्यूशंस ऑफर करती हैं और जारो एडुकेशन इनकी मार्केटिंग करती हैं और सर्विसेज देती है।
10. कैसी है कारोबारी सेहत?
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 में इसे ₹51.67 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹254.02 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हुई थी। वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में इस पर ₹51.11 करोड़ का टोटल कर्ज था और रिजर्व और सरप्लस में ₹151.31 करोड़ पड़े थे।