कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में तमाम देश टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। किसी देश में ड्रोन्स मेडिकल सामान पहुंचा रहे हैं तो किसी देश में रोबोट डॉक्टर्स की मदद कर रहे हैं। इस वक्त सभी देशों के लिए कोरोना के संक्रमण को ट्रैक करना जरूरी हो गया है। इसके लिए सभी देश अलग-अलग कॉन्टैक्ट ट्रैकिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत सरकार ने भी से ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App) लॉन्च किया है। ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा सके। इस बीच निजी और सरकारी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप को 4 मई से अनिवार्य कर दिया गया है।
कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अहम फैसला लेते हुए गृह मंत्रालय ने प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप को अनिवार्य कर दिया है। इन क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। हालांकि, घर से काम करने वालों के लिए इसकी अनिवार्यता नहीं की गयी है।
जिन कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप नहीं डाउनलोड होगा, उसमें कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में भी सबको ऐप डाउनलोड़ करना होगा। सरकार ने कहा है कि संस्थान के प्रमुख की ये जिम्मेदारी है कि वहां काम कर रहे 100 फीसदी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड हो। केंद्र सरकार ने अगले कुछ हफ्तों में 30 करोड़ ऐप डाउनलोड करने का लक्ष्य रखा है।
बता दें कि आरोग्य सेतु ऐप को अप्रैल के शुरुआत में लॉन्च किया गया था। पीएम मोदी ने इस ऐप को अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की अपील की है। देश में बहुत से लोग इस ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं।
होम मिनिस्ट्री की गाइडलाइंस में भी कहा गया है कि अथॉरिटी (authorities) को यह सुनिश्चित करना होगा कि कंटेनमेंट जोन में सभी को आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग करना होगा।
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