30 जून, 2010 

सीएनबीसी आवाज़ 

 

पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रण मुक्त हुए पांच दिन से ज़्यादा हो चुके हैं लेकिन ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब ढूंढ़ने अभी बाकी हैं, जैसे फ़्लोटिंग पेट्रोल कीमतों के लिए बाज़ार दर के साथ तेल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसीज़) कौन सा तरीका अपनाएंगी। एक सवाल और भी है कि क्या तेल मार्केटिंग कंपनियां जैसे बीपीसीएल, एचपीसीएल एक दूसरे के प्रति प्रतिस्पर्धी रूख रखेंगी या उनकी पेट्रोल की कीमतें एक जैसी रहेंगी।


एक और दिलचस्प तथ्य ये निकला कि सीएनबीसी टीवी 18 पर मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बासू ने कहा कि जहां तक डीज़ल की कीमतों का प्रश्न है, सरकार 1.50 रु की सब्सिडी के बारे में विचार कर रही थी। 


हालांकि पेट्रोलियम सचिव सुंदरेशन ने इस बात से इंकार किया।


एक प्रेस कांफ़्रेंस के दौरान पेट्रोलियम सचिव ने इस बारे में कहा कि टैक्स से जुड़े मुद्दे साफ होने तक नेल्प-IX लॉन्च नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि नेल्प-IXमहीने में लांच करेंगे। नेल्प-IX में प्राकृतिक गैस पर टैक्स छूट देने को लेकर वित्त मंत्रालय से बातचीत जारी है। नेल्प-IX में बोली लगाने के लिए विदेशी कंपनियों से भी बातचीत की जाएगी।

 

पेट्रोल की कीमतों पर उनका कहना था कि पेट्रोल की कीमतें तय करने का फॉर्मूला अगले 3 हफ्तों में आ पाएगा और कीमतें तेल मार्केटिंग कंपनिया ही तय करेंगी।