05 अगस्त 2022 को खत्म हुए हफ्ते में सेंसेक्स-निफ्टी में 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली। इसके साथ ही बाजार में लगातार 3 हफ्ते की बढ़त भी कायम रही। सिर्फ सोमवार को छोड़ दे तो इस हफ्ते बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि मजबूत ऑटो बिक्री आंकड़ों, कंपनियों के अच्छे नतीजों और विदेशी निवेशकों के एक बार फिर भारत की तरफ रुख करने के चलते बाजार का सेंटीमेंट अच्छा रहा लेकिन मौजूदा जियोपॉलिटिकल तनाव और आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी से जुड़ी अनिश्चितताओं ने इस तेजी को सीमित रखा।
कारोबारी हफ्ते की समाप्ति के अंत में सेंसेक्स 817.68 अंक यानी 1.42 फीसदी की बढ़त के साथ 58,387.93 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 239.25 अंक यानी 1.39 फीसदी की 17,397.5 के स्तर पर बंद हुआ था।
सेसेंक्स पर नजर डालें तो मार्केट कैप के लिहाज से Infosys में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली। उसके बाद Tata Consultancy Services, Reliance Industries and Bharti Airtel का नंबर रहा। वहीं दूसरी तरफ Sun Pharmaceutical Industries, Housing Development Finance Corporation और HDFC Bank के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
अलग-अलग सेक्टर पर नजर डालें तो बीएसई आईटी इंडेक्स में 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं पावर इंडेक्स में 2.87 फीसदी , ऑटो इंडेक्स में 2.22 फीसदी की बढ़त देखने को मिली । वहीं रियल्टी इंडेक्स 3 फीसदी टूटा है।
बीते हफ्ते लंबे समय के बाद एफआईआई भारतीय बाजार में नेट बायर रहे हैं। बीते हफ्ते एफआईआई ने भारतीय बाजार से 6,991.54 करोड़ रुपये की खरीदारी की है जबकि डीआईआई ने 1,765.59 करोड़ रुपये की बिकवाली की है।
बीते हफ्ते 60 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों में 10-66 फीसदी की तेजी देखने को मिली। इसमें Subex, SpiceJet, Nazara Technologies, Filatex India, Jaiprakash Power Ventures, Navneet Education के नाम शामिल हैं। जबकि दूसरी तरफ Birla Tyres, Future Enterprises, Brightcom Group, Future Retail, KBC Global, Neuland Laboratories, Gulshan Polyols और Balrampur Chini Mills स्मॉलकैप स्पेस के टॉप लूजर रहे।
सोमवार को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Samco Securities की अपूर्वा सेठ का कहना है कि मैक्रो इकोनॉमिक नजरिए से अगले हफ्ते बाजार काफी व्यस्त रहेगा। अगले हफ्ते बाजार अमेरिका और चीन के महंगाई आंकड़ों की धुन पर नाचता नजर आएगा। घरेलू बाजार में निवेशकों की नजर सीपीआई आंकड़ों पर रहेगी। जून के 15200 के निचले स्तर से अच्छी वापसी करने के बाद अब बाजार कुछ थकता नजर आ रहा है। आवर्ली चार्ट पर निफ्टी एक बियरिश डायवर्जन बना रहा है। इसके साथ ही मोमेंटम इंडिकेटर RSIभी इस बात का संकेत दे रहा है कि अब तेजी धीमी पड़ रही है। पिछले पूरे हफ्ते निफ्टी को 17500 के करीब बाधा का सामना करना पड़ा। अगले हफ्ते निफ्टी को 17500 के करीब ही परेशान होने की संभावना है। वहीं नीचे की तरफ इसके लिए 17000 पर सपोर्ट नजर आ रहा है।
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेड अभी भी बुलिश बना हुआ है। लेकिन निफ्टी के 17500 का लेवल तोड़कर ऊपर जाने के बाद ही नई रैली संभव है। अगर ऐसा होता है तो निफ्टी 17600-17750 पर जाता नजर आ सकता है। वहीं अगर निफ्टी 17500 के नीचे फिसलता है तो इसमें 17250-17200 का स्तर देखने को मिल सकता है। अगर इसके बाद भी कमजोरी बनी रहती है तो फिर निफ्टी में 17050-17000 का लेवल भी मुमकिन है।
Religare Broking के अजित मिश्रा का कहना है कि आगे कोई बड़ा इवेंट ना होने की वजह से अब बाजार का फोकस कंपनियों के नतीजों और ग्लोबल संकेतों पर होगा। इंडेक्स में हमें टाइम वाइज करेक्शन देखने को मिल रहा है और निफ्टी कंसोलिडेशन रेंज के ऊपरी छोर के आसपास कायम है। अगर निफ्टी 17400 का स्तर तोड़कर मजबूती दिखाता है तो इसमें हमें और तेजी आती नजर आएगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो कंसोलिडेशन जारी रहेगा। क्योंकि हमें सभी सेक्टरों में रोटेशनल बाइंग देखने को मिल रही है। ऐसे में हमें स्टॉक सेलेक्शन और ओवर नाइट रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस बनाए रखना चाहिए।
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