Adani Group Stocks: अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने 24 जनवरी को अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर अपनी रिपोर्ट पेश की थी। तब से लेकर अब तक अदाणी ग्रुप के शेयर इस झटके से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। अगर हम पिछले कारोबारी दिन की बात करें तो ग्रुप की दस लिस्टेड कंपनियों में से सिर्फ दो ही ग्रीन जोन में बंद हुए जिसमें से एक में तो आधे फीसदी से भी कम मजबूती रही। हिंडनबर्ग के झटके के बाद से अदाणी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों में लगातार कई दिनों कर लोअर सर्किट लगने लगा। यहां अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों का पूरा हिसाब दिया जा रहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ग्रुप की कंपनियों के शेयर कितने निचले स्तर तक फिसले थे और उस लेवल से अब तक कितना रिकवर हुआ है।
सबसे तेज Adani Enterprises के शेयरों में रिकवरी
सबसे तेज ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयर रिकवर हुए हैं। ध्यान दें कि यहां क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से रिकवरी के बारे में बताया जा रहा है जैसे कि अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 3 फरवरी को 1,017.10 रुपये तक फिसले थे लेकिन फिर यह रिकवर हो गया था। ऐसे में इस भाव को यहां नहीं लिया गया है। नीचे अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों के बीएसई पर 24 जनवरी (जिस दिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी हुआ था), 25 जनवरी, 27 जनवरी और लेटेस्ट भाव (21 अप्रैल) दिए जा रहे हैं।
इसके साथ ही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से निचले स्तर के क्लोजिंग प्राइस के बारे में बताया जा रहा है। यहां फरवरी तक की ही गिरावट को लिया जा रहा है जैसे कि एसीसी के शेयर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से 29 मार्च को निचले स्तर 1,626.30 रुपये पर थे लेकिन इसका 27 फरवरी का निचला क्लोजिंग स्तर 1,694.35 रुपये यहां लिया जा रहा है। इसकी वजह यह है कि फरवरी के बाद की उछाल-गिरावट को सामान्य उतार-चढ़ाव के रूप में लिया जा सकता है।
अब कितने स्टॉक्स पर एक्सचेंजों की निगरानी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद शेयरों में तेज उतार-चढ़ाव स्टॉक एक्सचेंजों ने अदाणी ग्रुप के कुछ शेयरों को अतिरिक्त निगरानी की सूची में डाल दिया। हालांकि अब कुछ ही स्टॉक्स इस सूची में हैं। जैसे कि अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन और एनडीटीवी लॉन्ग टर्म एएसएम (एडीशनल सर्विलांस मेजर) के पहले स्टेज में हैं। हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था। अदाणी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था लेकिन शेयर इस झटके को झेल नहीं सके।