किस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के शेयरों पर दांव लगाने से हो सकती है मोटी कमाई?

परिवार अब बैंक में पैसे रखने की जगह म्यूचुअल फंडों में लगा रहे हैं। पिछले पांच साल में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम की CAGR 20 फीसदी है। यह इस अवधि में बैंक डिपॉजिट में 11 फीसदी की ग्रोथ के मुकाबले काफी ज्यादा है

अपडेटेड Dec 12, 2024 पर 5:18 PM
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अभी GDP में म्यूचुअल फंड एयूएम की हिस्सेदारी करीब 17-18 फीसदी है। अमेरिका में यह 100 फीसदी से ज्यादा है, जबकि ब्राजील जैसे उभरते बाजार में यह 79 फीसदी से ज्यादा है।

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ शानदार रही है। सिर्फ पांच साल में इस इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) दोगुना हो गया है। नवंबर में यह 68.08 लाख करोड़ रुपये हो गया। बीते पांच सालों में इक्विटी फंडों में लगातार अच्छा निवेश हुआ है। सिर्फ कोविड शुरू होने पर 8 महीनों के दौरान निवेश में कमी आई थी। तेजी से बढ़ता एयूएम एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए फायदेमंद रहा है। इसका असर एसेट मैनेजमेट कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ पर दिखा है।

परिवार म्यूचुअल फंड्स में लगा रहे सेविंग्स के पैसे

एक्सपर्ट्स का कहना है कि परिवार अब बैंक में पैसे रखने की जगह म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) में लगा रहे हैं। पिछले पांच साल में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम की CAGR 20 फीसदी है। यह इस अवधि में बैंक डिपॉजिट में 11 फीसदी की ग्रोथ के मुकाबले काफी ज्यादा है। इंडियन म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए आगे भी अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। अभी GDP में म्यूचुअल फंड एयूएम की हिस्सेदारी करीब 17-18 फीसदी है। अमेरिका में यह 100 फीसदी से ज्यादा है, जबकि ब्राजील जैसे उभरते बाजार में यह 79 फीसदी से ज्यादा है।


म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में सिप का बड़ा योगदान

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में SIP का बड़ा योगदान है। कुछ साल पहले जिस तरह एफएमसीजी इंडस्ट्री की ग्रोथ में सैशे (Sachet) ने बड़ी भूमिका निभाई थी, उसी तरह SIP म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभा रहा है। नवंबर में SIP के रास्ते शुद्ध निवेश 25,320 करोड़ रुपये रहा। एएमसी कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ FY25 की पहली छमाही में अच्छी रही है। लेकिन, कुछ कंपनियों की ग्रोथ अपेक्षाकृत कमजोर रही है। Aditya Birla Sunlife AMC की ग्रोथ इंडस्ट्री की ग्रोथ से कम रही है।

स्टॉक मार्केट में लिस्टेड एएमसी

वैल्यूएशन के लिहाज से UTI AMC सही दिख रही है। कंपनी के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के अपनी हिस्सेदारी बेचने और किसी कंपनी के अधिग्रहण की खबरों की वजह से इस स्टॉक में तेजी देखने को मिली है। दूसरी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के मुकाबले UTI AMC के एयूएम में हाई-यील्ड एसेट्स की हिस्सेदारी कम है। Nippon Life के बिजनेस और फाइनेंशियल्स में अच्छी इम्प्रूवमेंट देखने को मिला है। आगे स्टॉक की रिरेटिंग हो सकती है। HDFC AMC का एसेट मिक्स सबसे अच्छा है। इसके औसत तिमाही एयूएम में हाई-यील्ड इक्विटी एसेट की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है। कंपनी बीते एक साल में अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने में सफल रही है। P/E के लिहाज से CAMS की वैल्यूएशन भी ज्यादा लगती है।

आपको क्या करना चाहिए?

HDFC AMC और CAMS के स्टॉक्स अपने ऑल-टाइम हाई के करीब हैं। लेकिन, निवेशकों को यह ध्यान में रखना होगा कि दोनों स्टॉक्स की करेंट वैल्यूएशन पीक अर्निंग्स मल्टीपल (P/E) के मुकाबले कम है। इनवेस्टर्स अगर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर दांव लगाना चाहते हैं तो HDFC AMC, Nippon Life और CAMS के स्टॉक पर विचार कर सकते हैं। गिरावट आने पर इन स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है।

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