Gold Rate Today In India: डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेड से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर सोने और चांदी की चमक आज लगातार दूसरे दिन फीकी पड़ी है। राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट गोल्ड प्रति दस ग्राम ₹10 और 22 कैरट गोल्ड भी ₹10 सस्ता हुआ है। दो दिन में 24 कैरट गोल्ड के भाव प्रति दस ग्राम ₹720 और 22 कैरट गोल्ड के भाव ₹660 नीचे फिसले हैं। अब चांदी की बात करें तो एक किलो चांदी दिल्ली में लगातार दूसरे दिन सस्ती हुई है। एक दिन की स्थिरता के बाद दो दिनों में एक किलो चांदी ₹1100 फिसली है।
देश के 10 बड़े शहरों में 10 ग्राम 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमत क्या है, आइए जानते हैं...
एक दिन की स्थिरता के बाद चांदी लगातार दूसरे दिन फिसली
चांदी की बात करें तो लगातार दो दिनों में दिल्ली में इसके भाव प्रति किग्रा ₹1100 कम हुए हैं। इससे पहले एक दिन चांदी स्थिर थी और उसके एक दिन पहले यह प्रति किग्रा ₹3000 महंगी हुई थी और फिर उससे पहले लगातार दो दिनों में प्रति किग्रा चांदी ₹7000 सस्ती हुई थी। आज 25 नवंबर को दिल्ली में चांदी ₹1,62,900 प्रति किलोग्राम में बिक रही है। आज इसके भाव प्रति किग्रा ₹100 गिरे हैं। बाकी अहम महानगरों की बात करें तो मुंबई और कोलकाता में भी यह इसी भाव पर बिक रही है लेकिन चेन्नई में चांदी के भाव प्रति किग्रा ₹1,70,900 हैं यानी कि चारों बड़े महानगरों में सबसे महंगी चांदी चेन्नई में है।
एचएसबीसी ने अपनी थिंक फ्यूचर्स 2026 रिपोर्ट में कहा है कि गोल्ड की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है। इसकी वजह केंद्रीय बैंकों की तरफ से गोल्ड की खरीदारी है। इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश जारी रहेगा। इससे गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा। एचएसबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड की कीमतें अभी कंसॉलिडेशन के फेज में प्रति औंस $4,000 के करीब चल रही हैं। शॉर्ट टर्म में कंसॉलिडेशन कुछ समय तक जारी रह सकता है। उसके बाद गोल्ड के फिर से रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।
वर्ष 2022 से केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़ी है। वर्ष 2022 में उनके रिजर्व में यह हिस्सेदारी 13% थी, जो वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 22% हो गई। इस दौरान गोल्ड की कीमतें प्रति औंस $2,000 से बढ़कर $4,000 के पार निकल गई। यह करीब 125% का उछाल है। एचएसबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गोल्ड की कीमतों में तेजी में केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़ने का बड़ा हाथ है। रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय बैंकों की तरफ से गोल्ड की खरादारी जारी रहने की उम्मीद है।