Bajaj Housing Finance Shares: बजाज ग्रुप की हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने लिस्ट होते ही धमाल मचा दिया। आईपीओ की रिकॉर्डतोड़ बोली के बाद 16 सितंबर को इसका 70 रुपये का शेयर 114 फीसदी से अधिक प्रीमियम पर लिस्ट हुआ। पहले ही दिन यह 10 फीसदी के अपर सर्किट 165 रुपये पर चला गया और इसी सर्किट पर बंद भी हुआ। अब आगे की बात करें तो इसे पहली रेटिंग मिल चुकी है और बाय की। ब्रोकरेज फर्म फिलिपकैपिटल ने बाय रेटिंग के साथ इसकी कवरेज शुरू की है और टारगेट प्राइस 210 रुपये पर फिक्स किया है जो आईपीओ प्राइस से 3 गुना है।
Bajaj Housing Finance पर क्यों ब्रोकरेज फिदा?
फिलिपकैपिटल का मानना है कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस का 50 लाख रुपये तक का टिकट साइज काफी आकर्षक है और देश के होम लोन मार्केट में 65 फीसदी इसी का दबदबा है। इसके अलावा बजाज हाउसिंग फाइनेंस का फोकस लीज रेंटल डिस्काउंटिंग (LRD) पर बढ़ रहा है जो पॉजिटिव है, क्योंकि इसमें यील्ड काफी हाई है जिससे ऑपरेटिंग लीवरेज मिलता है। ब्रोकरेज का मानना है कि अगले तीन वर्षों में बजाज हाउसिंग फाइनेंस का बैलेंस शीट ₹2 लाख करोड़ का हो सकता है जिसमें कंस्ट्रक्शन फाइनेंस की हिस्सेदारी 8-10 फीसदी के बीच बनी रह सकती है। नियर टर्म में फिलिप कैपिटल की उम्मीद है कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस की क्रेडिट कॉस्ट नरम बनी रहेगी और साथ ही कम रिस्क वाला बैलेंस शीट बनाने पर फोकस से एसेट्स पर रिटर्न (RoA) 2% से अधिक और इक्विटी पर रिटर्न (RoE) लगभग 12% तक पहुंच सकता है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ को मिली थी रिकॉर्ड बोली
₹6,560 करोड़ रुपये के बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ को 3.24 लाख करोड़ रुपये की बोली मिली थी जो देश के आईपीओ इतिहास में अब तक का रिकॉर्ड है। वहीं साइज के मामले में यह इस साल अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ रहा। लिस्टिंग की बात करें तो इस साल यह चौथी सबसे तगड़ी लिस्टिंग रही। इसके आगे सिर्फ बीएलएस ई-सर्विसेज, प्रीमियमर एनर्जीज और यूनीकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस रही।
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