Bajaj Housing Finance Shares: बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर गुरुवार 24 अप्रैल को कारोबार शुरू होते ही 4 फीसदी तक उछल गए। यह तेजी कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजों के बाद आई है। मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा करीब 54 फीसदी बढ़ा है। हालांकि इसके बावजूद अधिकतर एनालिस्ट्स का कहना है कि इस शेयर में आगे गिरावट की संभावना बनी हुई है। एनालिस्ट्स के औसत अनुमानों के मुताबिक, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर में मौजूदा स्तरों से करीब 18 फीसदी तक की गिरावट संभव है।
कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजों के बाद जिन ब्रोकरेज फर्मों ने इस स्टॉक को लेकर अपनी राय दी है, उनमें से अधिकतर ने इसे "Sell" की रेटिंग दी है।
ब्रोकरेज फर्म HSBC ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि कंपनी ने मार्च तिमाही के दौरान एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में अच्छी ग्रोथ दिखाई है, लेकिन कॉस्ट रेशियो में बढ़ोतरी और कॉम्पिटीशन के चलते नेट यील्ड में गिरावट कंपनी के लिए नेगिटिव साबित हुई।
HSBC ने बताया कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के अर्निंग प्रति शेयर (EPS) ग्रोथ में उसे कम से कम तीन कारणों के चलते आने वाले समय में गिरावट आने का अनुमान है। इसमें AUM ग्रोथ पर दबाव, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIMs) में गिरावट और क्रेडिट लागत का सामान्य होना शामिल है।
इसी के चलते HSBC ने कंपनी के FY26-27 के EPS अनुमान में 2.8% से 3.1% तक की कटौती की है। HSBC ने इस शेयर को 100 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो बुधवार के बंद स्तर से इसमें 24% गिरावट का अनुमान है।
दूसरे ब्रोकरेज फर्मों की राय
एंबिट कैपिटल और गोल्डमैन सैक्स ने भी बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर को बेचने (Sell) की सलाह दी है और दोनों ने इसका टारगेट प्राइस 82 रुपये तय किया है, जो इसके 70 रुपये के आईपीओ प्राइस के काफी करीब है। साथ ही यह बुधवार के बंद भाव से शेयर में करीब 38 फीसदी गिरावट का अनुमान है।
सिर्फ फिलिप सिक्योरिटीज और ULJK फाइनेंशियल सर्विसेज ने बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर को 'Buy' रेटिंग दी है और इसे क्रमश: 140 रुपये और 166 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।
NSE पर सुबह 9.40 बजे के करीब, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर 135.96 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे, जो इसके 70 रुपये के आईपीओ प्राइस से लगभग 100 फीसदी ऊपर है। हालांकि यह शेयर अपने ऑलटाइम हाई 188.5 रुपये से काफी नीचे कारोबार कर रहा है।
कैसे रहे मार्च तिमाही के नतीजे?
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का शुद्ध मुनाफा मार्च तिमाही में 54 फीसदी बढ़कर 587 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 381 करोड़ रुपये रहा था। वहीं इसका नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) इस दौरान 31 फीसदी बढ़कर 823 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 629 करोड़ रुपये था।
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