Bank stocks : बाजार में आज तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी फिलहाल 24350 के करीब फ्लैट कारोबार कर रहा है। 29 अप्रैल को शुरुआती कारोबार में निजी और पीएसयू बैंकिंग शेयरों में तेजी रही। आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक ने शुरुआती कारोबार में बैंक निफ्टी को सपोर्ट दिया। एसबीआई के साथ-साथ मिडकैप बैंकों यूको बैंक, सेंट्रल बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक ने भी अच्छा सपोर्ट दिया। फिलहाल अब बैंक शेयरों में ऊपरी स्तरों से दबाव देखने को मिल रहा है।
इस महीने में, निफ्टी बैंक इंडेक्स में लगभग 10 फीसदी की तेज बढ़त हुई है। इसने अप्रैल में बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है। विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में फिर से खरीदारी शुरु कर दी जिसका सबसे ज्यादा फायदा बैंक शेयरों को मिला है। बीएसई पीएसयू बैंक इंडेक्स के लगभग सभी शेयर अच्छी बढ़त के साथ मजबूती से टिके हुए हैं। शुरुआती कारोबार में इस इंडेक्स में 1.7 फीसदी की बढ़त हुई। हालांकि इस इंडेक्स ऊपरी स्तरों से दबाव बना है। गौरतलब है कि बेंचमार्क इंडेक्स में बैंकिंग पैक का वेटेज सबसे ज्यादा है।
आज के शुरुआती कारोबार में निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.7 फीसदी बढ़कर 55,800 से ऊपर चला गया। चॉइस ब्रोकिंग अपने एक टेक्निकल नोट में कहा है कि बैंक निफ्टी के चार्ट से संकेत मिलता है कि इसे 55,300 पर सपोर्ट मिल सकता है। इसके बाद 55,000 और 54,700 पर इसके लिए अगले सपोर्ट होंगे। वहीं, ऊपर की तरफ इसके लिए 56,200 के स्तर पर पहला रेजिस्टेंस दिख रहा है। वहीं, कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का मानना है की बैंक निफ्टी इंडेक्स 56,000 और 55,000 के बड़े रेंड ट्रेड करता दिख सकता है।
बाजार जानकारों का कहना है कि कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते एफआईआई भारतीय इक्विटी में वापसी करते दिखे हैं। हाल के दिनों में उच्च विदेशी हिस्सेदारी वाले कुछ बैंकिंग शेयरों में लगातार तेजी देखने को मिली है। नौ कारोबारी सत्रों की खरीदारी के बाद एफआईआई अप्रैल महीने में भारतीय इक्विटी बाजार में नेट बॉयर बन गए हैं। नए निवेश के साथ एफआईआई अब अप्रैल में नेट बॉयर बन गए हैं। घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) भी खरीदारी कर रहे हैं। उन्होंने लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में 2,817 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस द्वारा हाल ही में जारी एक नोट में कहा गया है कि मार्च तिमाही के दौरान बैंकिंग सेक्टर के मार्केट कैप में सबसे अधिक गिरावट आई है। इसमें भी 12 टॉप भारतीय बैंकों में से सात सरकारी बैंकों के मार्केट कैप में सबसे अधिक गिरावट आई है।
अब तक आए अधिकांश बैंकों के तिमाही नतीजे अच्छे रहे हैं। इससे बैंक निफ्टी को सपोर्ट मिला है। इसके चलते अप्रैल में बैंक निफ्टी 9 फीसदी से अधिक बढ़ता दिखा है। BFSI सेक्टर में दो दशकों में 50 गुना से अधिक की बढ़त देखने को मिली है। जिससे इस सेक्टर का मार्केट कैप 2025 में 50 गुना से ज्यादा बढ़कर 91 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। इसमें एनबीएफसी और फिनटेक कंपनियो की भी मदद रहेगी।