नो योर कंपनी में आज सीएनबीसी-आवाज़ के जुड़े BEML के CMD शांतनु रॉय। आवाज़ से हुआ बातचीत में शांतनु रॉय ने कहा कि तीसरी तिमाही बेहतर रही है। तीसरी तिमाही में कंपनी का EBITA 1 फीसदी बढ़ा है। शुरुआती तीन तिमाहियों में कम ग्रोथ देखने को मिलती है। हमेशा चौथी तिमाही में ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलती है। कुछ रेल प्रोजेक्ट अगले साल के लिए टाले हैं। मैट्रो रेल, डिफेंस और माइनिंग से 2000 करोड़ रुपए के ऑर्डर संभव हैं। तीनों बिजनेस वर्टिकल में काम के अलग-अलग तरीके से होते हैं।
2 साल में कंपनी को मिल सकते हैं 40-50 हजार करोड़ के ऑर्डर
शांतनु रॉय ने बताया कि अगले 2 साल में BEML को 40-50 हजार करोड़ के ऑर्डर मिल सकते हैं। वहीं, डिफेंस से अगले 5 साल में 5000 करोड़ का रेवेन्यू मिल सकता है। कंपनी के पास ऑर्डर की कमी नहीं है। सप्लाई पर ज्यादा फोकस है। जिओ पॉलिटिकल संकट से सप्लाई में दिक्कतआ रही है। इस समय 30 दिन के बदले 60 दिन में माल आते हैं। इसके निदान के लिए हवाई रूट से ज्यादा कारोबार करने की कोशिश की जा रही है।
इस साल डबल डिजिट EBITDA हासिल करने का भरोसा
शांतनु रॉय के मुताबिक कंपनी के अन्य खर्च कम हुए हैं। कर्मचारियों पर रेवेन्यू का 25 फीसदी खर्च आता है। चौथी तिमाही तक कर्मचारियों पर खर्च 20 फीस तक होना संभव है। Q3 के नतीजे संतोषजनक रहे हैं। Q4 में हमेशा अच्छी ग्रोथ होती है। उम्मीद है कि चौथी तिमाही अच्छी रहेगी। कंपनी की 12,300 करोड़ रुपए की ऑर्डर बुक में 48 फीसदी हिस्सा रेलवे का है। मेट्रो, माइनिंग और डिफेंस से 2000 करोड़ रुपए क् ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। 40000-50000 करोड़ रुपए के टेंडर 2-3 साल में ही आने की उम्मीद है। डिफेंस से 5000 करोड़ रुपए के रेवेन्यू की उम्मीद है। इस साल डबल डिजिट EBITDA हासिल करने का भरोसा है।