OMC stocks: कच्चे तेल के भाव में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट से OMCs शेयरों में आज अच्छी रौनक रही है। करीब 4 फीसदी की तेजी के साथ HPCL वायदा के टॉप गेनर्स में शामिल रहा है। आखिर OMCs में चल क्या रहा है? मिडिल ईस्ट संकट का क्रूड पर क्या असर होगा? महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद कीमतें घटाने का दबाव क्या कम होगा? और दूसरी तिमाही में OMCs से कैसे नतीजों की उम्मीद है? OMCs की पूरी तस्वीर समझाते हुए सीएनबीसी-आवाज के यतिन मोता ने कहा कि कच्चे तेल में 3 फीरदी की गिरावट देखने को मिली है। ब्रेंट 75 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गया है। इजरायल ने कहा है कि वह ईरान के तेल ठिकानों पर हमला नहीं करेगा। इस कबर को चलते कच्चे तेल के भाव में नरमी आई है।
OPEC के मुताबिक क्रूड की डिमांड कमजोर है। 4 कारोबारी सत्रों में ब्रेंट का भाव करीब 7 फीसदी फिसला है। महाराष्ट्र, झारखंड चुनाव के बाद कीमतें घटाने का दबाव घटेगा। इस बीच HSBC ने OMCs पर अपनी राय देते हुए कहा है कि तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव OMCs के लिए फायदेमंद है। क्रूड की नरमी से पेट्रोल कीमतें घटाने का दबाव घटेगा। अच्छे मॉनसून से फ्यूल की डिमांड में रिकवरी संभव है। मजबूत मार्केटिंग मार्जिन से कमजोर GRMs का असर घटेगा। OMCs शेयरों पर HSBC की राय की बात करें तो उसने BPCL, HPCL और IOC तीनों में ही बॉय कॉल दी है।
OMCs के Q2 नतीजों पर EMKAY
ब्रोकिंग फर्म EMKAY का कहना है कि दूसरी तिमाही में तिमाही दर तिमाही आधार पर डीजल मार्केटिंग मार्जिन 2 गुना बढ़कर 5.3 रुपए प्रति लीटर हो सकता है। वहीं, पेट्रोल मार्जिन तिमाही आधार पर4.3 रुपए प्रति लीटर बढ़कर 9.1 रुपए प्रति लीटर हो सकता है। EMKAY का कहना है कि दूसरी तिमाही में BPCL के मुनाफे में 26 फीसदी की बढ़त होने की संभावना है। वहीं, HPCL के मुनाफे में 199 फीसदी की बढ़त हो सकती है। जबकि इस अवधि में IOC के मुनाफे में 11 फीसदी की बढ़त हो सकती है।
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