बीएसई फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफएंडओ) में प्री-ओपन ट्रेडिंग की इजाजत देने पर विचार कर रहा है। एक्सचेंज ने इस बारे में 28 अगस्त को एक प्रस्ताव पेश किया। इसमें कहा गया है कि 8 दिसंबर से इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में इंडेक्स और स्टॉक फ्यूचर्स में प्री-ओपन सेशन शुरू करने का प्रस्ताव है। बीएसई ने कहा है कि टेड्रिंग मेंबर्स को इस बात पर ध्यान देने का अनुरोध किया जाता है कि इस फंक्शनलिटी को शुरू करने के लिए ईटीआई एपीआई या मार्केट डेटा ब्रॉडकॉस्ट स्ट्रीम्स में किसी तरह का नया बदलाव नहीं होगा।
टेस्टिंग 6 अक्टूबर से शुरू करने का प्लान
BSE पहले से इक्विटी सेगमेंट में प्री-ओनप सेशन ट्रेडिंग की सुविधा देता है। अब वही मैसेज स्ट्रक्चर्स और फील्ड डेफिनिशंस इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में प्री-ओपन सेशन ट्रेडिंग के लिए अप्लिकेबल होंगे। इक्विीट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में प्री-ओपन सेशन के लिए होने वाले बदलाव की टेस्टिंग टेस्ट इनवायरमेंट में 6 अक्टूबर, 2025 से शुरू होगी। बीएसई ने कहा है, "मेंबर्स और थर्ड-पार्टी फ्रंट-एंड ट्रेडिंग अप्लिकेशन वेंडर्स से अपने संबंधित अप्लिकेशंस में बदलाव करने का अनुरोध किया जाता है। उन्हें नई सुविधा की बाधारहित शुरुआत के लिए इसे टेस्ट करने की गुजारिश की जाती है। "
बीएसई का शेयर 1.84 फीसदी गिरा
28 अगस्त को BSE का शेयर 1.84 फीसदी गिरकर 2,174.90 रुपये पर बंद हुआ। स्टॉक मार्केट्स में लगातार तीसरे दिन गिरावट आई। इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान को माना जा रहा है। इंडिया सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट अमेरिका को करता है। 50 फीसदी टैरिफ से इंडियन गुड्स अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएगा। इसका असर उनकी सेल्स पर पड़ेगा। हालांकि, अभी दोनों देशों में व्यापार पर बातचीत का रास्ता खुला हुआ है।