सरकार कोल इंडिया (Coal India) के 92.44 लाख शेयर बेचने जा रही है, जो 0.15 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है। ये शेयर कंपनी के योग्य कर्मचारियों को ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे। सरकार ये शेयर 226.10 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचेगी। दिग्गज सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने 19 जून को कहा कि इस महीने हिस्सेदारी बिक्री को लेकर कंपनी का यह दूसरा कदम है। इस महीने की शुरुआत में सरकार ने ओएफएस के जरिए कोल इंडिया में 3 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 4185 करोड़ रुपये जुटाए थे।
कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा, सेलर कंपनी के पात्र कर्मचारियों को 10 रुपये के फेस वैल्यू पर 92,44,092 इक्विटी शेयर ऑफर कर रहा है, जो कि कंपनी की कुल पेडअप इक्विटी शेयर कैपिटल के 0.15 फीसदी के बराबर है। ये शेयर 226.10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के भाव पर बेचे जाएंगे।
कर्मचारियों के लिए यह ऑफर फॉर सेल 21 जून (सुबह 10 बजे) से 23 जून (शाम 5.30 बजे) तक खुला रहेगा। इस दौरान योग्य कर्मचारी 226.10 रुपये के भाव पर शेयर खरीद सकेंगे। बता दें कि आज सोमवार को कंपनी के शेयरों में 0.46 फीसदी की गिरावट आई है और यह 227.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
सरकार ने हाल ही में बेची है 3 फीसदी हिस्सेदारी
सरकार ने हाल ही में ओएफएस के जरिए कोल इंडिया में 3 फीसदी हिस्सेदारी बेची है। इसके जरिए 4185 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। ओएफएस के बाद कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी घटकर 63.13 फीसदी रह गई है। इश्यू को रिटेल और इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स दोनों ने ओवरसब्सक्राइब किया था।
मार्च तिमाही में कैसे रहे नतीजे
कोल इंडिया ने FY23 की मार्च तिमाही में 5527.62 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो एक साल पहले की तुलना में 17.7 फीसदी कम है। तिमाही में कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना 17.3 फीसदी बढ़कर 35,161.44 करोड़ रुपये रहा। कोल इंडिया पावर सेक्टर्स के लिए थर्मल कोयले का सबसे बड़ा सप्लायर है, जिसके तहत 75-80 फीसदी फ्यूल रिक्वायरमेंट को कंपनी द्वारा पूरा किया जाता है। रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए बिजली की मांग में बढ़ोतरी के कारण कोयले की मांग में तेजी देखी जा रही है।