आज सबसे पहले बात करते हैं एग्री कमोडिटीज की। सरकार ने शुगर मिलों से मंथली एक्सपोर्ट डाटा मांगा है ताकि जरूरत पड़ने पर एक्सपोर्ट सब्सिडी दी जा सके। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अगर चीनी की कीमतें गिरती हैं, तो सरकार एक बार फिर चीनी निर्यात पर सब्सिडी शुरू कर सकती है। इसके लिए सरकार ने सभी चीनी मिलों को हर महीने चीनी निर्यात का डाटा उपलब्ध कराने के लिए कहा है । जरूरत पड़ने पर सरकार कदम उठाएगी। सरकार चीनी निर्यात पर नजर रखेगी। मिलों को कांट्रैक्टेड और निर्यात का डाटा उपलब्ध कराना होगा। जरूरत पड़ने पर सरकार निर्यात सब्सिडी देगी। बता दें कि सरकार ने अगस्त में निर्यात सब्सिडी बंद की थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे दामों के चलते सब्सिडी बंद की गई थी। चीनी मिलों को अधिकतम चीनी निर्यात करने के लिए कहा गया था। पिछले साल चीनी का 72 लाख टन निर्यात हुआ। सरकार ने करीबन 50 लाख टन चीनी के लिए सब्सिडी दी थी।
उधर खाने के तेल की कीमतों में जोरदार उछाल आया है। MCX पर CPO का भाव 1110 रुपए के पार चला गया है। रिफाइंड सोया भी करीब 0.50% ऊपर है। मलेशिया पाम ऑयल वायदा में तेजी देखने को मिल रही है। 2 महीने की निचले स्तरों पाम ऑयल में उछाल आया है।
मलेशिया पाम ऑयल वायदा MYR 4,700 प्रति टन के पार दिख रहा है। MCX पर CPO 1110 रुपए के पार निकल गया है। NCDEX पर SYOREF भी करीब 0.50% ऊपर है।
ब्रेंट पर लगातार 5वें दिन तेजी दिख रही है। MCX पर भी लगातार तीसरे दिन तेजी है। ब्रेंट क्रूड 5 दिनों में 3.5% चढ़ा है। ब्रेंट पर भाव निकला 73 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। WTI का भाव भी करीब 1% ऊपर है। MCX पर कच्चा तेल करीब 1.75% चढ़ा है। ब्रेंट पर लगातार 5 दिनों से कीमतों में तेजी है। ब्रेंट पर कीमतें 5 दिनों में करीब 3.5% चढ़ी हैं।
ओमिक्रॉन पर WHO के बयान के बाद ये तेजी आई है। WHO ने कहा है कि ओमिक्रॉन का मरीजों पर हल्के लक्षण दिखे हैं। ओमिक्रॉन का अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर न होने की उम्मीद बढ़ी है। निवेशकों में कोरोना प्रतिबंधों न लगने की उम्मीद बढ़ी है। मांग बढ़ने की उम्मीद से कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। सऊदी की कीमतें बढ़ने से भी उछाल आया है। सऊदी ने एशिया और US के लिए दाम बढ़ाए हैं। परमाणु मुद्दे पर बातचीत में गतिरोध से ईरान से सप्लाई में देरी की संभावना है।
सोना-चांदी पर दबाव देखने को मिल रहा है। मजबूत डॉलर ने इन पर दबाव बनाया है। दरें बढ़ने की आशंका से दाम गिरे हैं। डॉलर इंडेक्स 96 के पार बना हुआ है। US 10 साल का बॉन्ड यील्ड 1% से ज्यादा ऊपर है। ओमिक्रॉन पर WHO के बयान से भी दबाव बना है। WHO ने कहा है कि
ओमिक्रॉन के मरीजों पर हल्के लक्षण दिखे हैं। दरें बढ़ने की आशंकाओं ने भी दबाव बनाया है। COMEX पर सोना लगातार तीसरे दिन गिरा है। MCX पर सोमवार को सोने ने 48,039 रुपए का स्तर छुआ था। इस दबाव के कारण पर नजर डालें तो निवेशकों को सेंट्रल बैंक के दरें बढ़ाने की आशंका है। ओमिक्रॉन के कम खतरे से भी दबाव बना है। क्रूड में उछाल से भी सोने-चांदी के दाम गिरे हैं।