सोमवार, 8 सितंबर को दलाल स्ट्रीट पर बढ़त के साथ शुरुआत हुई है। इससे हफ़्ते की शुरुआत सकारात्मक रुख़ के साथ देखने को मिली है। जीएसटी 2.0 सुधारों को लेकर बनी उम्मीदों के चलते बाजार में खरीदारी आ रही है। आज सुबह कुछ देर पहले गिफ्ट निफ्टी इंडेक्स 85 अंक या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,910 पर कारोबार कर रहा था। फिलहाल सेंसेक्स और निफ्टी 0.25 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि हालांकि ग्लोबल ट्रेड से जुड़ी चिंताएं और हाई टैरिफ चुनौतियां पेश करते रहेंगे, लेकिन मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक आंकड़े और जीएसटी सुधार जैसे घरेलू फैक्टर्स के चलते से निकट भविष्य में बाजार में तेजी बनी रहने की उम्मीद है।
इस बीच, भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ़ तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की "हमेशा दोस्त बने रहने" वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह "पूरी तरह से उनकी भावना से सहमत हैं।" मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध वैश्विक स्तर पर "बेहद सकारात्मक" रणनीतिक साझेदारी पर आधारित हैं।
पिछले सत्र में, विदेशी निवेशकों (FIIs/FPIs) ने शुक्रवार को 1,305 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1,821 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
तकनीकी नजरिए से देखें तो, इंडेक्स में कोई पक्का रुझान नहीं दिख है और हर कारोबारी सत्र में तेज़ी और मंदी दोनों आती दिख रही है। सैमको सिक्योरिटीज़ के धुपेश धमेजा का कहना है कि निफ्टी 24,500-25,000 के बड़े कंसोलीडेशन बैंड के भीतर ही अटका हुआ है और इस दायरे से आगे निकलने पर ही नई तेजी देखने को मिल सकती है।"
उन्होंने आगे कहा कि 24,900 से ऊपर की मजबूत चाल शॉर्ट कवरिंग ट्रिगर कर सकती है, जिससे एक लंबी रैली का रास्ता खुल सकता है। जबकि 24,500 से नीचे की गिरावट मंदी के नए दौर की शुरुआत कर सकती है। तब तक बाजार में रेंज-बाउंड एक्शन जारी रहने की संभावना है। इस रेंज की निचली सीमा 24,400 और ऊपरी सीमा 24,900 हो सकती है।"
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