Diwali 2025: इस साल दिवाली की तारीख को लेकर हर कोई भ्रम में है। यही भ्रम देश के स्टॉक एक्सचेंज में भी है, क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज में नए संवत की शुरुआत के शुभ अवसर पर हर साल एक घंटे का मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया जाता है। देश के बहुत से निवेशक मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का बेसब्री से इंतजार करते हैं। उनका मानना है कि शेयर बाजार इस दिन जिस निशान में बंद होता है, वो पूरे साल की तस्वीर होती है। यानी इस विशेष सत्र में बाजार का तेजी के दायरे में बंद होना निवेशकों को ट्रेडर्स के लिए बाजार में पूरे साल तेजी बने रहने का संकेत होता है। जबकि, मुहूर्त ट्रेडिंग में बाजार का लाल निशान में बंद होना नकारात्मक संकेत होता है। चलिए जानते हैं इस साल देश के दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दिवाली की छुट्टी के लिए किस दिन बंद रहेंगे और मुहूर्त ट्रेडिंग का एक घंटे का विशेष सत्र किस दिन होगा।
बीएसई और एनएसई मंगलवार, 21 अक्टूबर को दिवाली लक्ष्मी पूजा के लिए और फिर बुधवार, 22 अक्टूबर को बलिप्रतिपदा के लिए बंद रहेंगे। मंगलवार को दोनों स्टॉक एक्सचेंज एकमात्र व्यापारिक गतिविधि के लिए खुलेंगे, जो एक घंटे का मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र होगा। यह विशेष सत्र संवत 2082 की शुरुआत का प्रतीक है, जो 21 अक्टूबर को दोपहर 1:45 बजे से दोपहर 2:45 बजे तक आयोजित किया जाएगा। एक्सचेंजों ने कहा कि इक्विटी, वायदा और विकल्प, मुद्रा और कमोडिटी डेरिवेटिव, और प्रतिभूति उधार और ऋण (एसएलबी) में भी ट्रेडिंग होगी। मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन ट्रेडिंग में बदलाव दोपहर 2:55 बजे तक किए जा सकेंगे।
20 अक्टूबर को होगा लक्ष्मी पूजन
चंद्र कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 20 अक्टबर को शाम से लग रही है, जो 21 अक्टूबर को शाम को समाप्त हो रही है। ऐसे में प्रदोष काल और निशीथ काल में अमावस्या तिथि में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर की शाम को पड़ रहा है। इसी वजह से ज्यादातर लोग 20 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार मनाएंगे। मगर, दलाल स्ट्रीट पर मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र अगले दिन यानी 21 अक्टूबर को नए हिंदू संवत वर्ष की शुरुआत के प्रतीक के तौर पर आयोजित होगा।
दोपहर में होगा मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र
मुहूर्त ट्रेडिंग : जब बाजार के साथ जुड़ जाती है आस्था
मुहूर्त का अर्थ ‘शुभ समय’ होता है। मुहूर्त ट्रेडिंग सिर्फ बाजार का विशेष सत्र नहीं है। ये प्रतीक है नए हिंदू वित्त वर्ष का, जिसमें कारोबारी आने वाले नए वित्त वर्ष की झलक पाने की कोशिश करते हैं। नए हिंदू वित्तय वर्ष, संवत 2082 की शुरुआत का एक प्रतीक है।
18 में से 14 बार बढ़त के साथ बंद हुआ है बाजार
मुहूर्त ट्रेडिंग एक परंपरा है, जो दशकों से चली आ रही है और अक्सर निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न देती रही है। पिछले 18 मुहूर्त सत्रों में से 14 में सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ है। 2008 में भी, वैश्विक वित्तीय संकट के बीच, मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में सूचकांक 5.86% बढ़ा था। 2024 में, त्योहारी उत्साह के रुझान को जारी रखते हुए, इसमें 335 अंक या 0.42% की वृद्धि हुई।
मुहूर्त सत्र में कम होता है ट्रेडिंग वॉल्यूम
बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का विशेष सत्र बस एक घंटे के लिए होता है। विश्लेषकों का कहना है कि इस दौरान कारोबार कम होता है, जिससे अक्सर अस्थिरता होती है। लेकिन बहुत कम लोग इसे एक सामान्य कारोबारी दिन के रूप में देखते हैं। बल्कि ये एक ऐसा मौका होता है, जिसमें कारोबारी, परिवार और दलाल नए साल की शुभ शुरुआत करने के लिए हिस्सा लेते हैं।