Fertiliser stocks: आम बजट 2025 पेश होने में अब बस दो दिन बचे हैं। इस बीच फर्टिलाइजर्स कंपनियों के शेयरों में अभी से जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (RCF), मद्रास फर्टिलाइजर, मंगलौर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, नेशनल फर्टिलाइजर्स, पारादीप फॉस्फेट्स और कोरामंडल इंटरनेशनल के शेयर गुरुवार 30 जनवरी को कारोबार के दौरान 2 से 3 प्रतिशत तक बढ़ गए। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तेजी इन उम्मीदों से आ रही है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को बजट पेश करते हुए फर्टिलाइजर सेक्टर के लिए पहले से अधिक सब्सिडी का ऐलान कर सकती है।
एनालिस्ट्स का मानना है कि वित्त मंत्री आगामी बजट में 1.7 लाख करोड़ रुपये की फर्टिलाइजर्स सब्सिडी का ऐलान कर सकती है। यह मौजूदा वित्त वर्ष 2025 के 1.64 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले थोड़ी अधिक होगी। इसके अलावा बजट में ऑर्गेनिक खेती और वैकल्पिक फर्टिलाइजर्स को बढ़ावा देने के लिए मार्केट डेवलपमेंट असिस्टेंस (MDA) योजना के तहत अधिक धनराशि आवंटित की जा सकती है। बता दें कि यह यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा।
ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर्स को मिलेगा बढ़ावा
बजट में कृषि सुधारों पर जोर संभव
आगामी बजट में ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि सब्सिडी और कृषि से जुड़े सुधारों पर फोकस होने की उम्मीद है। अगर सरकार ग्रामीण विकास और किसान हितैषी नीतियों पर अधिक खर्च करती है, तो फर्टिलाइजर्स की मांग में उछाल आ सकता है, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में और तेजी आ सकती है।
हालांकि, इस साल की शुरुआत से ही फर्टिलाइजर्स कंपनियों के शेयरों को दबाव का सामना करना पड़ा है। जनवरी महीने में अब तक RCF, मद्रास फर्टिलाइजर, मंगलौर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, पारादीप फॉस्फेट्स और कोरामंडल इंटरनेशनल के शेयर 11% तक गिर चुके हैं, जबकि इस दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स में केवल 2% की गिरावट आई है।
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर सरकार एग्रीकल्चर सेक्टर पर खर्च बढ़ाती है, तो फर्टिलाइजर्स कंपनियों को फायदा मिल सकता है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार का ग्रामीण विकास, कल्याणकारी योजनाओं, ट्रांसफर स्कीम और सब्सिडी पर खर्च GDP के 3% के आसपास रहने की संभावना है। अगर यह खर्च बढ़ता है, तो फर्टिलाइजर्स कंपनियों के शेयरों में और मजबूती देखने को मिल सकती है।
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