अडानी ग्रुप के शेयरों में मचे कोहराम के बारे में वित्त मंत्री की पहली प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में SBI और LIC ने अपने बयान जारी किये हैं। इसके मुताबिक SBI और LIC का अडानी ग्रुप में एक्सपोजर लिमिट में रहा है। उन्होंने इस मौके पर मार्केट रेगुलेटर्स की तारीफ भी की है। उन्होंने कहा कि गवर्नेंस को लेकर रेगुलेटर्स काफी सख्त हैं। रेगुलेटर्स ने बाजार को मजबूत बनाए रखा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने नेटवर्क 18 के ग्रुप एडिटर राहुल जोशी से बात करते हुए ऐसा कहा। निर्मला सीतारमण का बजट पेश होने के बाद किसी टीवी चैनल को दिया गया ये पहला इंटरव्यू है।
वित्त मंत्री ने अडानी ग्रुप के मामले में आगे कहा कि इस बारे में एलआईसी और एसबीआई की तरफ से विस्तृत बयान आया है। इसमें उन्होंने अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में अपने एक्सपोजर के बारे में जानकारी सबके सामने रखी है। उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया में आई खबरों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार एलआईसी और एसबीआई का अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में सीमित निवेश है।
एलआईसी और एसबीआई के टॉप लेवल के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इसमें सीमित निवेश किया था। एलआईसी (LIC) और एसबीआई (SBI) के उच्चाधिकारियों का ये भी कहना है कि इस ग्रुप में मचे हुए कोहराम का उन पर कोई असर नहीं होगा। उनका निवेश इसमें सीमित था और जो भी निवेश था उससे उनकी कंपनियों या बैंक को फायदा ही हुआ है।
उन्होंने ये भी कहा कि बजट के तुरंत बाद भले ही कुछ अन्य कारणों से शेयर मार्केट में कमजोरी देखने को मिली। लेकिन हमारा मानना है कि मार्केट रेगुलेटर्स बहुत अच्छी तरह से काम कर रहे हैं। अब धीरे-धीरे स्थिति में सुधार होगा। बजट के कुछ और दिनों बाद बाजार इन सब बातों को पचाते हुए फिर से संभलता हुआ नजर आयेगा। उन्होंने कहा कि मार्केट रेगुलेटर्स काफी सख्त हैं। ये आगे भी बाजार को मजबूत बनाये रखने में अहम भूमिका निभाएंगे। रेगुलेटर्स के कारण ही बाजार बेहतर स्थिति में हैं।