Defence Stocks: डिफेंस और शिपिंग कंपनियों के शेयरों में आज 19 मार्च को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोचीन शिपयार्ड और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) जैसे शेयर 20% तक उछल गए। इसके चलते निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स भी आज 6% तक उछल गया। इस उछाल में डिफेंस सेक्टर में निवेशकों की बढ़ती रुचि और कुछ ग्लोबल फैक्टर्स का अहम योगदान रहा।
कौन-कौन से डिफेंस शेयर उछले?
GRSE के शेयर ने 20 फीसदी उछलकर अपनी अपर सर्किट सीमा को छू लिया और 1,641.35 रुपये के स्तर तक पहुंच गए। यह लगातार चौथा दिन है, जब GRSE के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है। कोचिन शिपयार्ड के शेयरों ने भी कारोबार के दौरान 10 प्रतिशत का अपर सर्किट छुआ और 1,474.95 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया। हालांकि बाद में इसने अपनी कुछ बढ़त खो दी।
डिफेंस सेक्टर में तेजी की वजह क्या है?
डिफेंस शेयरों में यह तेजी जर्मनी के रक्षा बजट बढ़ाने के फैसले के बाद आई है। जर्मनी की संसद ने डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बजट बढ़ाने के लिए एक बड़े वित्तीय पैकेज को मंजूरी दी है। जर्मन सांसदों ने "ऋण सीमा" (Debt Ceiling) से रक्षा बजट को अलग करने का फैसला लिया है। अब जर्मन सरकार अपने रक्षा पर जीडीपी का 1% से अधिक खर्च करने की योजना है।
जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने इसे यूरोप के सामूहिक डिफेंस कम्युनिटी की ओर बढ़ा हुआ पहला बड़ा कदम बताया। यूरोपीय देश अब रूस से संभावित खतरे से बचाव के लिए "Rearm Europe" प्रोग्राम को आगे बढ़ा रहे हैं।
भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट में 32.5% की बढ़ोतरी
इस बीच भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट में वित्त वर्ष 2024 में 32.5% की उछाल देखी गई और यह 21000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। भारत 100 से अधिक देशों को डिफेंस इक्विपमेंट का एक्सपोर्ट करता है। अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री के लिए टॉप 3 एक्सपोर्ट बाजार बने हुए हैं।
डिफेंस शेयरों में गिरावट के बाद रिकवरी
डिफेंस शेयरों के लिए पिछले कुछ महीने काफी खराब रहे थे। जुलाई 2024 से फरवरी 2025 के बीच कई डिफेंस शेयर 30% से 60% तक गिर गए थे। लेकिन अब ये स्टॉक्स फिर से तेजी पकड़ रहे हैं। सरकार के "आत्मनिर्भर भारत" अभियान और बढ़ते डिफेंस एक्सपोर्ट से यह सेक्टर निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है।
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