Garden Reach Shipbuilders Stocks: बीते 6 महीनों में 71% उछला स्टॉक, क्या अभी निवेश करने पर होगी तगड़ी कमाई?

कंपनी की ऑर्डरबुक 22,680 करोड़ रुपये की है, जो इसके सालाना रेवेन्यू के 4.5 गुना से ज्यादा है। 2026 तक कंपनी की उत्पादन क्षमता 24 शिप से बढ़कर 28 शिप हो जाएगी। इसने अगले दो साल के लिए 30 शिप तक रिपेयर करने के लिए 3 ड्राई डॉक लीज पर लिया है

अपडेटेड Aug 02, 2025 पर 1:31 PM
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1 अगस्त को कंपनी का शेयर 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ 2,580 रुपये पर बंद हुआ था।
     
     
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    गार्डन रिच शिपबिल्डर्स का प्रदर्शन फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में शानदार रहा। कंपनी का रेवेन्यू 61 फीसदी बढ़कर 5,076 करोड़ रुपये पहुंच गया। इसमें प्रोजेक्ट डिलीवरी और एग्जिक्यूशन पर कंपनी के फोकस का बड़ा हाथ है। अच्छे प्रदर्शन का असर कंपनी के शेयरों पर भी पड़ा है। बीते 6 महीनों में यह स्टॉक 71 फीसदी उछला है। हालांकि, जून 2025 के 3538 रुपये के अपने 52 हफ्तों के हाई से यह स्टॉक 26.2 फीसदी गिरा है।

    शिप बिल्डिंग कैपेसिटी बढ़ाने पर फोकस

    Garden Reach Shipbuilders डिफेंस शिप बनाने वाली इंडिया की बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी की ऑर्डरबुक स्ट्रॉन्ग है। मार्जिन अच्छा है। कंपनी लगातार अपनी क्षमता बढ़ा रही है। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग देश में ही करने के सरकार की पॉलिसी का इसे फायदा होगा। कंपनी पूंजीगत खर्च बढ़ाने पर भी ध्यान दे रही है। ऐसे में इसकी रेवेन्यू ग्रोथ आगे अच्छी रहने की उम्मीद है। इसने कई बड़े प्रोजेक्ट्स डिलीवर किए हैं।


    22,680 करोड़ रुपये की ऑर्डरबुक

    कंपनी ने नेवी को दूसरा सर्वे वेसल लार्ज शिप और दो एंटी-सबमैरीन शैलो वाटरक्रॉफ्ट डिलीवर किया है। डीआरडीओ को एक अनमैंड सर्फेस वेसल प्रोजेक्ट पूरा किया है। बांग्लादेश के लिए एक पेट्रोल वेसल प्रोजेक्ट पूरा किया है, जिससे इसकी एग्जिक्यूशन क्षमता का पता चलता है। कंपनी की ऑर्डरबुक 22,680 करोड़ रुपये की है, जो इसके सालाना रेवेन्यू के 4.5 गुना से ज्यादा है।

    कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम

    कंपनी अगले तीन सालों के दौरान कई बड़े ऑर्डर की डिलीवरी करने वाली है। इस साल यह 7 वेसल्स की डिलीवरी करेगी। इनमें एक P-17 अल्फा शिप, दो सर्वे वेसल लार्ज शिप और 3 एंटी-सबमैरीन शैलो वाटरक्राफ्ट शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी जर्मनी के एक क्लाइंट के लिए 8 मल्टीपर्पस वेसल्स बना रही है। बांग्लादेश सरकार के लिए 13 हाइब्रिड फेरीज बना रही है। इसने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया दो कॉस्टल रिसर्च वेसल बनाने का ऑर्डर हासिल किया है।

    एनजीसी का ऑर्डर मिला तो ऑर्डरबुक दोगुनी हो जाएगी

    2026 तक कंपनी की उत्पादन क्षमता 24 शिप से बढ़कर 28 शिप हो जाएगी। इसने अगले दो साल के लिए 30 शिप तक रिपेयर करने के लिए 3 ड्राई डॉक लीज पर लिया है। कंपनी कोलकाता से बाहर भी नई शिपबिल्डिंग और रिपेयर फैसिलिटीज की तलाश कर रही है। यह नेवी के नेक्स्ट जेनरेशन कॉरवेट्स (NGC) प्रोग्राम के लिए सबसे कम बिड वाली कंपनी के रूप में सामने आई है। यह 25,000 करोड़ रुपये का है। यह यह ऑर्डर मिल जाता है तो कंपनी की ऑर्डरबुक दोगुनी हो जाएगी।

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    क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?

    GRSE के शेयरों में अभी FY2027 की अनुमानित अर्निंग्स के 34 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए सही लगता है। कंपनी की ऑर्डर पाइपलाइन स्ट्रॉन्ग है। 1 अगस्त को कंपनी का शेयर 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ 2,580 रुपये पर बंद हुआ था। इनवेस्टर्स इस स्टॉक में निवेश कर सकते हैं।

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