पिछले वर्ष के दौरान सोने के बेहतर प्रदर्शन ने सभी निवेशकों को आश्चर्यचकित कर दिया है। जबकि दलाल स्ट्रीट के कमजोर प्रदर्शन ने निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर कर दिया है और इक्विटी मार्केट के शॉर्ट आउटलुक को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, त्यौहारी सीजन के करीब आने के साथ ही मनीकंट्रोल ने 2010 से हर दिवाली पर सोने और इक्विटी के रिटर्न का विश्लेषण किया है।
इस विश्लेषण से पता चलता है कि इक्विटी में पिछले कुछ वर्षों में लगातार तेजी देखने को मिली। वहीं, सोने में काफी वोलैटिलिटी देखने को मिली है। इस अवधि में गोल्ड मेंलंबे समय तक सुस्त प्रदर्शन देखने को मिला है फिर इसकी कीमतों में तेज उछाल भी देखने को मिला है।
यदि किसी निवेशक ने 2010 से प्रत्येक दिवाली पर निफ्टी 50 के साथ-साथ सोने में 10,000 रुपये का निवेश किया होता, तो आज इसके बिल्कुल अलग-अलग होते।
अगर 2010 से हर दिवाली पर सोने में 10,000 रुपये का निवेश किया गया होता तो शेयरों की तुलना में बेहतर रिटर्न देखने को मिलता। सोने में इस सिस्टेमेटिक सालाना निवेश से 1.5 लाख रुपये का निवेश इस अवधि में 4.47 लाख रुपये में बदल जाता। वहीं, इक्विटी में किया गया 10,000 रुपये का सालाना निवेश आज की तारीख में 3.72 लाख रुपये ही हुआ होता।
इसका मतलब यह है कि 2010 से हर साल 10,000 रुपये का निवेश करने से सोने का प्रदर्शन निफ्टी से बेहतर होता, जो निवेश में 4.5 गुना की बढ़त करता, जबकि निफ्टी में 15 सालों में 3.7 गुना की ही बढ़ोतरी हासिल करता।
हालांकि, अगर किसी निवेशक ने पिछले 15 सालों के बाद अपनी निवेश यात्रा शुरू की है और पिछले 5 सालों में हर दिवाली पर सोने और शेयरों में पूंजी लगाने का फैसला किया है, तो भी सोने का रिटर्न शेयरों से बेहतर रहा होता।
पिछले 5 सालों में दिवाली-दर-दिवाली सोने की कमतों में सालाना(CAGR) 16.1 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। जबकि निफ्टी 50 की सालाना ग्रोथ रेट 13.8 प्रतिशत रही है। अगर पिछले दस सालों के दोनों के अंतर को देखें,तो यह अंतर कम हो जाता है। इस अवधि में सोने की सालाना ग्रोथ 15.1 प्रतिशत रही है, जबकि निफ्टी 50 की सालाना ग्रोथ 12.3 प्रतिशत रही है।
अगर किसी दूसरे साल भी दिवाली पर निफ्टी और गोल्ड में 10-10 हजार रुपए का निवेश किया गया होता तो नतीजे अलग-अलग होते और सोने का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर होता। अगर, 2010 में ये निवेश किया गया होता तो शेयरों किया गया ये निवेश 39,180 रुपये हो गया होता। जबकि आज सोने में की गई निवेश की कीमत 54,200 रुपये हो गई होती।
2015 में निफ्टी किए गए इतने निवेश का भाव इस समय 31,630 रुपये हो गया होता। जबकि सोने में किया गया ये निवेश 41,340 रुपये हो गया होता। अगर यही निवेश 2020 में हुआ होता तो दोनों असेट्स में अच्छा रिटर्न मिला होता। इस अवधि में निफ्टी में किया गया निवेश 19,370 रुपये होता। जबकि, सोने में किया गया निवेश थोड़ा बेहतर 20,980 रुपये पर रहा होता।
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