वैश्विक स्तर पर सोने की बढ़ती कीमतों के बीच शुक्रवार, 14 फरवरी को गोल्ड से जुड़े शेयरों में भारी गिरावट आई। कल्याण ज्वैलर्स, मुथूट फाइनेंस और सेनको गोल्ड 20 प्रतिशत तक लुढ़क गए। बीएसई पर सेनको गोल्ड के शेयर में 20% की गिरावट आई और 357.60 रुपये पर लोअर सर्किट लग गया। सेनको गोल्ड के शेयर में गिरावट की एक प्रमुख वजह अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजे रहे। कंपनी का शुद्ध मुनाफा साल-दर-साल आधार पर 69.4% गिरकर ₹33.4 करोड़ रह गया। एक साल पहले यह ₹109.3 करोड़ था।
EBITDA साल-दर-साल आधार पर 56% गिरकर ₹79.96 करोड़ रह गया, जो दिसंबर 2023 तिमाही में ₹181.1 करोड़ था। हालांकि ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 27.3% बढ़कर ₹2,102.5 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले ₹1,652.2 करोड़ था।
कल्याण ज्वैलर्स और मुथूट फाइनेंस को कितनी मार
Kalyan Jewellers का शेयर बीएसई पर 7 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के साथ 487.70 रुपये पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 50300 करोड़ रुपये रह गया है। मुथूट फाइनेंस लगभग 3 प्रतिशत गिरावट के साथ 2254.55 रुपये पर बंद हुआ। मार्केट कैप 90500 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह पीसी ज्वैलर 7 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के साथ 2254.55 रुपये पर, मोतीसंस ज्वैलर्स 5 प्रतिशत गिरावट के साथ 20.74 रुपये पर और RBZ Jewellers लगभग 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 180.70 रुपये पर बंद हुआ है।
हाजिर सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है, फिर भी सोने से जुड़े शेयर दबाव में हैं। सोने की कीमतों में उछाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से के हाल ही में स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर 25% टैरिफ लगाने के कदम से जुड़ा है। निवेशक वैश्विक बाजार की अनिश्चितता के दौरान सुरक्षित-एसेट्स की तलाश कर रहे हैं, लिहाजा सोने की कीमतें बढ़ी हैं।
गोल्ड महंगा होने पर हमेशा नहीं बढ़ती स्टॉक की कीमत
सोने की कीमतें और सोने से जुड़े स्टॉक हमेशा एक ही दिशा में नहीं चलते हैं। एक ओर सोने की ऊंची कीमतें ज्वैलरी और गोल्ड फाइनेंस कंपनियों के लिए रेवेन्यू को बढ़ा सकती हैं, वहीं दूसरी ओर खरीद लागत भी बढ़ा सकती हैं, जिससे मार्जिन प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, अगर सोने की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ती हैं, तो यह उपभोक्ता मांग को कम कर सकती है। इससे सेल्स वॉल्यू प्रभावित हो सकता है।