Paytm Share Price: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से हाल ही मे पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिसमें पेटीएम पेमेंट्स बैंक की ओर से ग्राहकों को दी जाने वाली कई सर्विसेज को पूरी तरह से बंद करने का आदेश दिया गया था। वहीं आरबीआई की ओर से 15 मार्च 2024 इसके लिए आखिरी तारीख घोषित की गई थी और कहा गया था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक इस तारीख के बाद प्रतिबंधित सेवाएं अपने ग्राहकों को नहीं दे पाएगा। इस बीच पेटीएम को राहत देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, पेटीएम (Paytm) ने उपभोक्ता डिजिटल-भुगतान प्लेटफॉर्म बनने की मंजूरी हासिल कर ली है, जिससे फिनटेक को अपने कारोबार का एक बड़ा हिस्सा जारी रखने में मदद मिली, भले ही उसका बैंकिंग सहयोगी पेटीएम पेमेंट्स बैंक अब बंद हो रहा हो।
अब एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और येस बैंक, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, पेटीएम पर पीयर-टू-पीयर या यूपीआई भुगतान को सशक्त बनाएंगे। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) एक ऐसी प्रणाली है जो उपयोगकर्ताओं को बैंकों को पेटीएम जैसे फिनटेक ऐप से जोड़कर तुरंत पैसा ट्रांसफर करने की इजाजत देती है। पेटीएम के मामले में, येस बैंक वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के लिए मौजूदा और नए UPI व्यापारियों के लिए मर्चेंट अधिग्रहण बैंक के रूप में कार्य करेगा। @Paytm हैंडल को YES बैंक पर रीडायरेक्ट किया जाएगा। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड पेटीएम ब्रांड के तहत भुगतान सेवाएं प्रदान करता है।
जानकारी के मुताबिक येस बैंक की ओर से एक सप्ताह में व्यापारियों की केवाईसी पूरी कर दी जाएगी। वहीं पेटीएम के व्यापारियों को ऑनबॉर्ड करने से इनकार करने का पहला अधिकार बैंक के पास होगा। येस बैंक केवाईसी के बाद सभी व्यापारियों को अपने साथ जोड़ लेगा, जिसके लिए एक योजना पहले से ही मौजूद है। वहीं केवाईसी येस पे के माध्यम से डिजिटल रूप से की जाएगी।
हालांकि अब तक पेटीएम अपने सहयोगी पेटीएम पेमेंट्स बैंक से जुड़े लाइसेंस के तहत काम करता था, जिसे वह नियंत्रित नहीं करता है लेकिन जो उसके डिजिटल वॉलेट और भुगतान ट्रैफ़िक को चलाता है। लेकिन उस बैंक को नियमों के निरंतर उल्लंघन का हवाला देते हुए आरबीआई के आदेश के बाद 15 मार्च के बाद अपना कारोबार बंद करना पड़ेगा और वह नई जमा स्वीकार करना बंद कर देगा।
हालांकि पेटीएम का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बैन लगने के बाद भी पेटीएम अपने उपयोगकर्ताओं के लिए कोई परेशानी नहीं होने देगा। वहीं अब चार नई बैंक साझेदारियों के साथ ही पेटीएम अपने प्रतिद्वंद्वी फोनपे और GPay की तरह एक पेमेंट प्लेटफॉर्म बन जाएगा जो अन्य बैंकों के नेटवर्क पर निर्भर है। बता दें कि इस साल पेटीएम के शेयर में 45% की गिरावट देखने को मिली है। फिलहाल पेटीएम का स्टॉक 350 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है।
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