HUL results : HUL के चौथी तिमाही के नतीजेअनुमान के मुताबिक रहे हैं। चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3.5 फीसदी बढ़कर 2,493 करोड़ रुपए पर रहा है। वहीं, इसकी आय 2.5 फीसदी बढ़कर 15,213 करोड़ रुपए पर रही है। लेकिन इस अवधि में कंपनी के मार्जिन पर हल्का दबाव दिखा है। वहीं घरेलू वॉल्यूम ग्रोथ अनुमान से बेहतर 2 पर रही है। चौथी तिमाही में कंपनी का EBITDA 3,505 करोड़ रुपए के अनुमान के मुकाबले 3,466 करोड़ रुपए पर रहा है। वहीं, EBITDA मार्जिन 23.1 फीसदी के अनुमान के मुकाबले 22.8 फीसदी पर रहा है। शेयर में मजबूती देखने को मिल रही है। कंपनी ने 24 रुपए प्रति शेयर फाइनल डिविडेंड का भी एलान किया है।
HUL के नतीजों के बाद एक्सपर्ट्स की राय
HUL के नतीजों पर बात करते हुए एक्सिस सिक्योरिटीज के प्रियम तोलिया ने कहा कि एचयूएल के चौथी तिमाही के नतीजे हमारी उम्मीद के मुताबिक ही हैं। लेकिन ओवरऑल नतीजों पर नजर डालें तो चौथी तिमाही में कंपनी के मार्जिन पर कच्चे माल खासकर पॉम ऑयल में कीमतों में बढ़त के कारण दबाव देखने को मिला है। हालांकि वॉल्यूम पर दबाव की पहले से ही उम्मीद थी। इसके अलावा वॉल्यूम फ्रंट पर देखें तो इसमें करीब 1 फीसदी ग्रोथ का अंदाजा लगाया गया था। यह आंकड़ा भी उम्मीद के मुताबिक ही रहा है।
प्रियम तोलिया का कहना है कि इस स्टॉक को होल्ड करना चाहिए, यानी जिसके पास ये शेयर है उनको इसमें बने रहना चाहिए। कंज्यूमर सेक्टर में साल की दूसरी छमाही में रिकवरी आने की उम्मीद है। धीरे-धीरे कंज्यूमर सेक्टर के लिए स्थितियां सुधरनी शुरू हो गई हैं। पॉम ऑयल की कीमतों में गिरावट आई है। क्रूड ऑयल में नरमी आई है। इसके अलावा शहरी इलाकों की मांग में भी सुधार की उम्मीद नजर आ रही है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए लगता है कि कंज्यूमर और पूरे एफएमसीजी सेक्टर में दूसरी छमाही में रिकवरी आ सकती है।
इस बीच एफएमसीजी सेक्टर पर बात करते हुए पेडिग्री एडवाइजरी के दिलीप भट्ट ने भी कहा कि HUL के नतीजे अच्छे रहे हैं। हमें एफएमसीजी सेक्टर पर जरूर ध्यान देना चाहिए। इस सेक्टर में ग्रामीण मांग में काफी सुधार हुआ है। शहरी मांग में जो थोड़ा-बहुत मंदी चल रही है उसमें में 1-2 तिमाही में रिकवरी आने की उम्मीद है। 2-3 तिमाही में FMCG के वॉल्यूम ग्रोथ सुधर सकते हैं। कच्चे माल की कीमतों में कमी से भी FMCG कंपनियों के फायदा होगा। निवेशकों को खासतौर पर HUL और डाबर पर ध्यान देना चाहिए। आगे 12-15 महीने में FMCG में बहुत अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
नतीजों पर मैनेजमेंट की राय
उधर नतीजों के बाद कंपनी के CEO & MD रोहित जावा ने कहा है कि अगले साल ग्रोथ में अच्छी रिकवरी की उम्मीद है। डिमांड में धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है। अगले वित्त वर्ष तक बेहतर डिमांड की उम्मीद है। मजबूत फंडामेंटल के साथ प्रतिस्पर्धा में आगे बने हुए हैं। मजबूत बिजनेस फंडामेंटल के साथ आगे बढ़ेंगे। आगे EBITDA मार्जिन 22-23 फीसदी की रेंज में रहने की उम्मीद। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही के मुकाबले वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के ज्यादा बेहतर रहने की उम्मीद है।
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