सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) ने मार्केट कपलिंग से जुड़े नियमों को लागू करने की मंजूरी दे दी। इसके चलत इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयर करीब 28% टूट गए तो दूसरी तरफ पीटीसी इंडिया के शेयर करीब 9% उछल गए। इसकी वजह ये है कि कपलिंग के चलते पीटीसी इंडिया को फायदा होने की उम्मीद है। पीटीसी इंडिया के सीएमडी मनोज कुमार झावर (Manoj Kumar Jhawar) का कहना है कि इसके चलते सभी तीनों एक्सचेंजों के पास अब बराबर मौका होगा। पीटीसी इंडिया की एक अनलिस्टेड एक्सचेंज एचपीएक्स में 22% हिस्सेदारी है। इस वजह से पीटीसी इंडिया के शेयर उछल गए।
आज बीएसई पर पीटीसी इंडिया का शेयर 4.26% की बढ़त के साथ ₹198.25 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 8.81% उछलकर ₹206.90 पर पहुंच गया था। वहीं IEX के शेयर बीएसई पर 29..49% की गिरावट के साथ ₹132.45 के भाव पर बंद हुए हैं। इंट्रा-डे में यह 30% टूटकर ₹131.50 पर आ गया था जो इसके लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
क्या कहना है PTC India का?
सीईआरसी ने जनवरी 2026 से डे-अहेड मार्केट (DAM) के लिए मार्केट कपलिंग के नियमों को लागू करने की मंजूरी दी है। पीटीसी इंडिया के सीएमडी का कहना है कि इससे ग्राहकों को सर्विस देने के लिए सभी तीनों एक्सचेंजों को बराबर मौका मिलेगा। अभी अधिकतर वॉल्यूम आईईएक्स के पास ही है। उन्होंने इस ऐलान को मार्केट के लिए अच्छा कहा है। पीटीसी इंडिया के सीएमडी ने उम्मीद जताई है कि एचपीएक्स का मार्केट में दबदबा अब बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि एचपीएक्स प्राइस डिस्कवरी में सक्षम है और इसे लेकर कोई शंका नहीं होनी चाहिए।
HPX से कितने फायदे की उम्मीद?
एचपीएक्स में पीटीसी इंडिया की 22% हिस्सेदारी है। पहले एचपीएक्स की पीटीसी इंडिया के फाइनेंशियल में सिर्फ ₹10 करोड़ की हिस्सेदारी थी लेकिन अब नए नियमों के लागू होने के बाद एचपीएक्स की पीटीसी इंडिया के फाइनेंशियल में हिस्सेदारी बढ़ेगी। मनोज कुमार का कहना है कि यह हिस्सेदारी कितनी बढ़ेगी, यह निर्भर करता है कि एचपीएक्स का मार्केट शेयर कितना बढ़ता है। उन्होंने डेढ़ से दो साल में 33.3% मार्केट पर कब्जे की उम्मीद जताई है। वित्त वर्ष 2025 के आंकड़ों के मुताबिक अभी इसकी 5% से कम हिस्सेदारी है जबकि आईईएक्स की 85-90% और पीएक्सआईएल की 5-15% हिस्सेदारी है।
सीईआरसी ने पावर मार्केट रेगुलेशंस ऑफ 2021 के तहत डे-अहेड मार्केट (DAM) के लिए मार्केट कपलिंग नियमों को लागू करने की मंजूरी दी है। इन नियमों के तहत पहले चरण में जनवरी 2026 तक डीएएम का कपलिंग लागू किया जाएगा जिसमें राउंड-रॉबिन बेसिस पर अलग-अलग पावर एक्सचेंज मार्केट कपलिंग ऑपरेटर्स (MCOs) के तौर पर काम करेंगे। मार्केट कपलर सभी पावर एक्सचेंजों से खरीदारी और बिक्री के ऑर्डर्स कलेक्ट करेगा और फिर एक भाव यानी यूनिफॉर्म मार्केट क्लियरिंग प्राइस तय किया जाएगा जो सभी एक्सचेंज पर लागू होगा, चाहे प्लेटफॉर्म कोई भी हो। इस मामले में अगर कोई भी बदलाव करना होगा तो इसे लेकर सीईआरसी स्टाफ सभी स्टेकहोल्डर से सलाह-मशविरा करेगा और फिर DAM कपलिंग के लिए जरूरी बदलाव का प्रस्ताव पेश करेगा।
बैकअप और ऑडिट के काम के लिए ग्रिड इंडिया को चौथे मार्केट कपलिंग ऑपरेटर के रूप में नियुक्त किया गया है। यह टर्म-अहेड मार्केट कपलिंग के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करेगी जिसे तीन महीने परीक्षण के तौर पर चलाया जाएगा और फिर प्रक्रिया पूरी होन के बाद यह फीडबैक देगी। रियल-टाइम मार्केट (RTM) के लिए कपलिंग को बाद के चरण में लागू किया जाएगा, क्योंकि इसमें और अधिक रेगुलेटरी और ऑपरेनशल परीक्षण की जरूरत है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।