IndusInd Bank Shares: देश के प्रमुख प्राइवेट बैंकों में से एक, इंडसइंड बैंक के शेयरों में आज 11 मार्च को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 22% तक क्रैश होकर 696.65 रुपये पर आ गए। यह इसका पिछले एक साल का नया निचला स्तर है। यह गिरावट तब आई जब बैंक ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में खामियों की बात स्वीकारी, जिसके चलते इसके मुनाफे पर लगभग 1,500 करोड़ रुपये का असर पड़ने का अनुमान जताया जा रहा है। यह जानकारी सामने के बाद आई कई ब्रोकरेज फर्मों और एनालिस्ट्स ने शेयर की रेटिंग और टारगेट प्राइस घटा दिए, जिससे निवेशकों का भरोसा और कमजोर हुआ है।
इंडसइंड बैंक ने सोमवार देर शाम शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि उसके डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की आंतरिक समीक्षा के दौरान 'अदर एसेट और अदर लाएबिलिटी खातों' के बैलेंस में कुछ गड़बड़ियां पाई हैं। बैंक ने बताया कि दिसंबर 2024 के आंकड़ों के आधार पर, इसका बैंक के कुल नेटवर्थ पर करीब 2.35 फीसदी का नकारात्मक असर पड़ सकता है।
मामले से परिचित एक व्यक्ति के मुताबिक, इससे बैंक के मुनाफे पर करीब 1,500 करोड़ रुपये का असर पड़ सकता है। मनीकंट्रोल ने इससे पहले शुक्रवार को एक रिपोर्ट में यह बताया कि संभावित नुकसान का आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है, क्योंकि इस मामले में बाहरी एजेंसी की ओर से जांच चल रही है।
इंडसइंड बैंक ने बताया कि आंतरिक समीक्षा में मिले तथ्यों की जांच के लिए उसके एक प्रतिष्ठित बाहरी एजेंसी को नियुक्त किया है। इस बाहरी एजेंसी की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है। बैंक ने कहा कि वो नेटवर्थ पर पड़ने वाले इस असर से निपटने में सक्षम हैं।
इंडसइंड बैंक के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, सुमंत कठपालिया ने एनालिस्ट्स के साथ हुई बैठक में कहा, "मुझे लगता है कि जनरल रिजर्व्स को नहीं छुआ जा सकता है, और हमें इस नुकसान को प्रॉफिट एंड लॉस (P&L) में शामिल करना होगा।"
सुबह 10.30 बजे के करीब, इंडसइंड बैंक के शेयर 21.87 फीसदी नीचे 703.55 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इसके साथ ही अब यह शेयर अपने 1,576 रुपये के रिकॉर्ड हाई से करीब 55 फीसदी नीचे आ चुका है।
ब्रोकरेज ने घटाए टारगेट प्राइस
इंडसइंड बैंक के इस अपडेट के बाद कई ब्रोकरेज फर्मों ने शेयर की रेटिंग और टारगेट प्राइस दोनों घटा दिए हैं। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का मानना है कि इस मामले से बैंक की साख और आय पर असर पड़ने की संभावना है। ब्रोकरेज हाउस ने बैंक की रेटिंग को पहले के "होल्ड" से घटाकर "रेड्यूस" कर दिया है और इसके टारगेट प्राइस में कटौती करके 750 रुपये कर दिया है।
ब्रोकरेज का मानना है कि इस मामले की टाइमिंग असहज करने वाले है। पहले बैंक के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) ने तीसरी तिमाही के नतीजों से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया। फिर सीईओ को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से हाल ही में तीन साल के बजाय एक साल का कार्यकाल विस्तार मिला है और और अब डेरिवेटिव्स के कारण हलचल मच गई है।
DAM कैपिटल ने भी स्टॉक की रेटिंग को "खरीदें" से घटाकर "न्यूट्रल" कर दिया है और इसका टारगेट प्राइस 1,200 रुपये से घटाकर 920 रुपये कर दिया है। इसने कहा कि बैंक का मूल्यांकन दूर से सस्ता लगता है, लेकिन मौजूदा चुनौतियों को देखते हुए यह कोई आकर्षक मामला नहीं बनता है।
ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल ने भी इंडसइंड बैंक की रेटिंग को "Buy" से घटाकर "Add" कर दिया है, इसके टारगेट प्राइस को 22% घटाकर 875 रुपये कर दिया है।
हालांकि ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म सिटी ने इंडसइंड बैंक पर अपनी "Buy" रेटिंग बरकरार रखी है, लेकिन इसने अपने टारगेट प्राइस को पहले के 1,378 रुपये से घटाकर 1,160 रुपये कर दिया है। सिटी ने कहा कि मौजूदा हालातों को देखते हुए उसने FY25 के लिए इंडसइंड बैंक की अर्निंग्स में 25 फीसदी की कटौती की है। उसने कहा कि हाल के घटनाक्रम ने रिस्क-सेंटीमेंट को बढ़ा दिया है। साथ ही बैंक अपन लीडरिशप से जुड़े मुद्दे को कैसे सुलझाती है, यह भी देखना काफी अहम होगा।
वहीं, IIFL Securities का कहना है कि इस गड़बड़ी का सीधा असर मार्च तिमाही के नतीजों पर पड़ सकता है और और इसे शायद घाटा भी उठाना पड़ सकता है। उसने इंडसइंड बैंक पर अपनी 'Add' की रेटिंग बरकरार रखी है, लेकिन इसका टारगेट प्राइस पहले के 970 रुपये से घटाकर 910 रुपये कर दिया है।
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