ग्लोबल लेवल पर मंदी की आशंका के बीच शुक्रवार 23 सितंबर भारतीय शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन भारी गिरावट दर्ज की गई और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 1,000 अंक से अधिक लुढ़ककर बंद हुआ। इसके साथ ही शुक्रवार को निवेशकों के शेयर बाजार में करीब 5 लाख करोड़ का भारी नुकसान हुआ।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स आज 1,020.80 अंक यानी 1.73% की गिरावट के साथ 58,098.92 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान यह एक समय तो 1,137.77 अंक तक लुढ़क गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी (Nifty-50) भी 302.45 अंक यानी 1.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,327.35 अंक पर बंद हुआ।
इस गिरावट के साथ ही BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन शुक्रवार को करीब 4.9 लाख करोड़ रुपये घटकर करीब 2,76,64,567 करोड़ रुपये पर आ गया। गुरुवार 22 सितंबर को कारोबार खत्म होने के समय यह 2,81,54,729.34 करोड़ रुपये था। इस तरह शेयर बाजार के निवेशकों को आज करीब 4.9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
बाजार में सबसे ज्यादा गिरावट पावर, रियल्टी और बैंक शेयरों में आई। सभी सेक्टर के सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। कैपिटल गुड्स, पावर, रियल्टी और बैंक सूचकांक 2-3 फीसदी गिरकर बंद हुए।
सिर्फ 959 शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 2417 शेयर गिरकर बंद हुए। 106 शेयरों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सबसे ज्यादा 7.9 फीसदी की गिरावट Power Grid Corporation के शेयरों में आई। Apollo Hospitals, Hindalco Industries, Adani Ports और SBI के शेयर निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार में गुरुवार को गिरावट रही।