ब्रिटेन सरकार टाटा मोटर्स की लग्जरी कार यूनिट जगुआर लैंड रोवर (JLR) को 1.5 अरब पाउंड (2 अरब डॉलर) के कर्ज के लिए गारंटर बनेगी। कंपनी साइबर हमले के कारण उत्पादन ठप होने से प्रभावित सप्लायर्स पर दबाव कम करने लिए यह कर्ज लेना चाहती है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन की सरकार ने कहा है कि यह कर्ज एक कमर्शियल बैंक देगा। इसके लिए गारंटी यूके एक्सपोर्ट फाइनेंस की ओर से दी जाएगी। कर्ज को 5 सालों में चुकाना होगा।
इस खबर के बाद सोमवार, 29 सितंबर को टाटा मोटर्स के शेयर में तेजी दिख सकती है। जगुआर लैंड रोवर सितंबर महीने की शुरुआत में साइबर हमले का शिकार हुई थी। इसके चलते कंपनी को ब्रिटेन, स्लोवाकिया, ब्राजील और भारत में अपने प्लांट बंद करने पड़े। इससे इसकी सप्लाई चेन पटरी से उतर गई। कुछ वेंडर्स को अपने कर्मचारियों को घर भेजना पड़ा, जबकि अन्य JLR से पेमेंट आने का इंतजार कर रहे हैं।
पूरी रफ्तार से काम शुरू होने में लगेगा वक्त
JLR का कहना है कि उसके कुछ सिस्टम फिर से चालू हो गए हैं, जिससे वह सप्लायर्स के बिलों के पेंडिंग मामलों को निपटाने, डीलर्स को पुर्जों के डिस्ट्रीब्यूशन में तेजी लाने और व्हीकल्स की बिक्री और रजिस्ट्रेशन में तेजी लाने में सक्षम हो गई है। कंपनी का लक्ष्य 1 अक्टूबर से कुछ मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस को फिर से शुरू करना है। हालांकि उसने चेतावनी दी है कि पूरी रफ्तार से काम शुरू होने में कुछ समय लगेगा।
JLR ब्रिटेन में कितने लोगों को देती है रोजगार
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, JLR ब्रिटेन की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरर है। यह ब्रिटेन में 34000 लोगों को रोजगार देती है। साथ ही 120,000 अतिरिक्त नौकरियां इसकी सप्लाई चेन से जुड़ी हैं। बिजनेस सेक्रेटरी पीटर काइल का कहना है कि यह ऋण गारंटी, सप्लाई चेन को सहारा देने और वेस्ट मिडलैंड्स, मर्सीसाइड और पूरे ब्रिटेन में कुशल नौकरियों की रक्षा करने में मदद करेगी।
साइबर हमले से कितना नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जगुआर लैंड रोवर पर हुआ साइबर हमला इंश्योरेंस के तहत कवर नहीं था। ऐसे में कंपनी को करीब 200 करोड़ पाउंड (करीब ₹23.9 हजार करोड़) का झटका लगने की आशंका है। नुकसान का यह अमाउंट कंपनी को पूरे वित्त वर्ष 2025 में हुए मुनाफे से ज्यादा है। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी को 180 करोड़ पाउंड (करीब ₹21.5 हजार करोड़) का मुनाफा हुआ था।