Titan share price : बाजार में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। ईरान-इजराइल सीजफायर ने बाजार में जोश भर दिया है। बाजार दिन के ऊपरी स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी 25200 के पार दिख रहा है। सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में बढ़त है। वहीं, निफ्टी के 50 में से 42 शेयरों में तेजी है। फिलहाल 2.50 बजे से आसपास निफ्टी 188.95 अंक यानी 0.75 फीसदी की बढ़त के साथ 25,225 के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं, सेंसेक्स 665 अंक यानी 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 82,725 के आसपास कारोबार कर रहा है।
इस बीच बाजार का फोकस आज ज्वैलरी शेयरों पर है। टाइटन समेत सभी ज्वैलरी शेयरों में जोरदार तेजी है। ज्वेलरी शेयरों में तेजी क्यों? इसकी पड़ताल करें तो पता चलता है कि सोना रिकॉर्ड हाई से फिसला है। ये ज्वेलरी कंपनियों के लिए पॉजिटिव खबर है। ईरान-इजरायल सीजफायर से सोने की कीमतें 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के नीचे फिसल गई हैं। महंगा सोना आय तो बढ़ाता है लेकिन डिमांड कमजोर कर देता है।
वेंचुरा सिक्योरिटीज के मुताबिक जनवरी से मार्च के बीच ज्वेलरी डिमांड सालाना आधार पर 25 फीसदी घटी है। आने वाले शादियों और त्योहारों के मौसम में डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोना सस्ते होने से रिटेल डिमांड सुधरेगी और कंपनियों की आय बढ़ेगी।
ICRA का कहना है कि वैल्यू टर्म में वित्त वर्ष 2026 में सोने की मांग में 12-14 फीसदी उछाल संभव है। वित्त वर्ष 2028 तक ज्वेलरी बाजार में सालाना 15-16 फीसदी उछाल मुमकिन है। वित्त वर्ष 2028 तक ज्वेलरी बाजार बढ़कर 145 अरब डॉलर हो सकता है। संगठित ज्वेलरी बाजार में सालाना 20 फीसदी से ज्यादा का उछाल मुमकिन है। संगठित ज्वेलरी बाजार का मार्केट शेयर 42-43 फीसदी हो सकता है।
टाइटन पर मैक्वायरी ने आउटपरफॉर्म रेटिंग देते हुए 4150 रुपए का लक्ष्य दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि ज्वेलरी सेगमेंट में आगे अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2025 में ज्वेलरी बिजनेस के EBIT मार्जिन बॉटम आउट हुए हैं। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में ज्वेलरी सेल्स/EBIT ग्रोथ 20 फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद है।
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