Karbonsteel Engineering IPO Listing: कई इंडस्ट्रीज की जरूरतों के मुताबिक स्टील के भारी-भरकम प्रोडक्ट्स तैयार करने वाली कार्बनस्टील इंजीनियरिंग के शेयरों की आज BSE SME पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 76 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹159 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹185.10 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 16.42% का लिस्टिंग गेन (Karbonsteel Engineering Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹194.35 (Karbonsteel Engineering Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 22.23% मुनाफे में हैं।
Karbonsteel Engineering IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
कार्बनस्टील इंजीनियरिंग का ₹59.30 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 9-11 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 76.59 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 121.61 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 85.99 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 46.84 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹48.33 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 6.90 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹12.29 करोड़ इसकी अंबरगांव फैसिलिटी में नया शेड लगाने, ₹3.08 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹25.25 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Karbonsteel Engineering के बारे में
वर्ष 2011 में बनी कार्बनस्टील इंजीनियरिंग स्टील प्लांट्स, रेलवे ब्रिजेज, ऑयल एंड गैस प्लांट्स, रिफाइनरीज और अन्य इंडस्ट्रीज को स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग और फैब्रिकेशन सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसकी दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं जिसमें से एक गुजरात और दूसरी महाराष्ट्र में हैं। यहां हैवी स्टील स्ट्रक्चर्स, पीईबी और स्टील ब्रिजेज तैयार होते हैं जिनकी कुल क्षमता सालाना 32,400 टन है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹5.11 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹9.42 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹14.16 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 32% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹273.91 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹48.52 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹59.83 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹78.55 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹23.74 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹38.41 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹49.27 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।