ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर, जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स में आंशिक हिस्सेदारी बेचना चाह रही है। इसके लिए केकेआर ने लगभग 20 करोड़ डॉलर के बेस साइज के साथ एक ब्लॉक डील लॉन्च की है। केकेआर, इस कंपनी की प्रमोटर है। मामले से जुड़े कई सोर्सेज में से एक ने मनीकंट्रोल को बताया, "ब्लॉक डील कुछ समय पहले ही लॉन्च की गई है और केकेआर का प्लान लगभग 7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का है। अतिरिक्त 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का विकल्प भी है, जिसकी कीमत लगभग 10 करोड़ डॉलर है।"
लेटेस्ट एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, केकेआर की ओर से मैनेज किए जाने वाले फंड्स से जुड़ी कंपनी Tau Investments Holdings PTE Ltd, के पास जेबी केमिकल्स में 53.66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एक दूसरे सोर्स का कहना है, "फ्लोर प्राइस 1,625 रुपये प्रति शेयर है और कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज, IIFL कैपिटल और एवेंडस कैपिटल इस ट्रेड पर काम कर रहे इनवेस्टमेंट बैंकर हैं।"
26 मार्च को जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स का शेयर 1 प्रतिशत गिरावट के साथ बीएसई पर 1703.40 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 26500 करोड़ रुपये है। शेयर पिछले 2 सप्ताह में 13 प्रतिशत चढ़ा है, वहीं साल 2025 में अब तक 9 प्रतिशत नीचे आया है। पिछले 2 सालों में शेयर की कीमत 70 प्रतिशत से ज्यादा मजबूत हो चुकी है।
इससे पहले केकेआर ने जेबी केमिकल्स में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर से एग्जिट करने के लिए स्ट्रैटेजिक सूइटर्स के साथ-साथ प्राइवेट इक्विटी फर्म्स के साथ चर्चा की थी, लेकिन वैल्यूएशन बेमेल होने के कारण बातचीत सौदे में नहीं बदल पाईं। जुलाई 2020 में केकेआर ने जेबी केमिकल्स में लगभग 3,100 करोड़ रुपये में लगभग 54 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने पर सहमति जताई थी।
दिसंबर तिमाही में मुनाफा 156 करोड़ रुपये
जेबी केमिकल्स का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में स्टैंडअलोन बेसिस पर रेवेन्यू 913.51 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। शुद्ध मुनाफा 156.39 करोड़ रुपये और अर्निंग्स प्रति शेयर 10 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का स्टैंडअलोन बेसिस पर रेवेन्यू 3,298.64 करोड़ रुपये, शुद्ध मुनाफा 543.36 करोड़ रुपये और अर्निंग्स प्रति शेयर 35 करोड़ रुपये दर्ज की गई।