Groww IPO : ग्रो (Groww )के संस्थापक और सीईओ ललित केशरे ने मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में कहा है कि भारत का मार्केट रेग्यूलेटर सेबी दुनिया के सबसे प्रगतिशील रेग्युलेटरों में से एक है,जो ब्रोकिंग और वेल्थ-टेक कंपनियों को आगे बढ़ने में सहायता करता है। उन्होंने आगे कहा "हमने काफ़ी प्रगतिशील रेग्युलेशन देखा है। मुझे लगता है कि हमारा रेग्युलेशन दुनिया भर में सबसे प्रगतिशील है। उन्होंने जो कई चीज़ें लाईं, उनसे हमें आगे बढ़ने में मदद मिली हैं। मुझे लगता कि अगर ये चीज़ें न होतीं, तो ग्रो आज इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाता"।
उन्होंने कहा कि 2013 में सेबी द्वारा शुरू किया गया डायरेक्ट म्यूचुअल फंड ने ग्रो के विकास के प्रारंभिक चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सेबी के इस कदम से म्यूचुअल फंड का एक्सपेंस रेशियो कम हुआ था जिससे निवेश पर ग्राहक को मिलने वाल रिटर्न में बढ़त देखने को मिली। इसके बाद एंट्री लोड में कमी और ऑनबोर्डिंग रेग्युलेशन से भी कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिली।
सेबी के कई नए नियमों के बाद (जिनके तहत फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग पर रोक लगाई गई थी) ब्रोकरों की कमाई में गिरावट से जुड़ी चिंताओं पर बात करते हुए केशरे ने कहा कि लंबी अवधि में ये नियम शेयर बाजार में निवेशकों को भरोसे को और मजबूत करने में मदद करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि समय के साथ, जैसे-जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ करेगी और देश की वेल्थ बढ़ेगी,कंपनियों में ग्रोथ लौटती दिखाई देगी।
केशरे ने कहा कि भारत अकेला ऐसा देश है जिसमें अगले कई सालों सालों तक तेज ग्रोथ की संभावना नजर आ रही है। इस ग्रोथ में कैपिटल मार्केट की बड़ी भूमिका रहने वाली है। कैपिट मार्केट में आगे अच्छी ग्रोथ देखने जारी रहेगी जिसमें ग्रो एक बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।
बता दें कि देश के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकर GROWW (बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स) का IPO 4 नवंबर से लॉन्च होने वाला है। इश्यू के जरिए कंपनी की करीब 6 हजार 600 करोड़ जुटाने की योजना है। यह आईपीओ 4 नवंबर को खुलकर 7 नवंबर को बंद होगा। इसका प्राइस बैंड 95-100 रुपए प्रति शेयर और लॉट साइज 150 शेयर है। 6,632.30 करोड़ रुपए के इस इश्यू में 1,060 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू और 5,572.30 करोड़ रुपए का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।
बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स (GROWW) के फाइनेंशियल पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की रेवेन्यू 4062 करोड़ रुपए,EBITDA 2371 करोड़ रुपए और मुनाफा 1824 करोड़ रुपए रहा।