Lenskart Shares: खराब लिस्टिंग के बाद 15% उछले लेंसकार्ट के शेयर; अब खरीदें, बेचें या होल्ड करें?

Lenskart Share Price: लेंसकार्ट के शेयर सोमवार 10 नवंबर को अपनी कमजोर लिस्टिंग के बाद अचानक 15% तक उछल गए। लेंसकार्ट के शेयर अपने 402 रुपये के आईपीओ प्राइस से 3 फीसदी नीचे 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए थे। इसके बाद कारोबार के दौरान यह एक समय 355.7 तक रुपये तक फिसल गए, यानी लगभग 9% की गिरावट

अपडेटेड Nov 10, 2025 पर 1:12 PM
Story continues below Advertisement
Lenskart Share Price: कंपनी का मार्केट कैप 70,982 करोड़ रुपये पर पहुंच गया

Lenskart Share Price: लेंसकार्ट के शेयर सोमवार 10 नवंबर को अपनी कमजोर लिस्टिंग के बाद अचानक 15% तक उछल गए। लेंसकार्ट के शेयर अपने 402 रुपये के आईपीओ प्राइस से 3 फीसदी नीचे 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए थे। इसके बाद कारोबार के दौरान यह एक समय 355.7 तक रुपये तक फिसल गए, यानी लगभग 9% की गिरावट।

लेकिन दोपहर के कारोबार में इसमें तेजी से रिकवरी और शेयर का भाव 409.90 रुपये तक चढ़ गए। यह निचले स्तर से इस शेयर में 15% से ज्यादा का उछाल है। इस स्तर पर कंपनी का मार्केट कैप 70,982 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके साथ ही लेंसकार्ट का शेयर अब अपने आईपीओ प्राइस से करीब 1.5 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है।

एंबिट कैपिटल ने दी 'Sell' रेटिंग

दिलचस्प बात यह रही कि ब्रोकरेज फर्म एंबिट कैपिटल ने लेंसकार्ट के शेयर को उसकी लिस्टिंग से पहले ही‘Sell (बेचें)’ रेटिंग दे दी थी। ब्रोकरेज ने शेयर का टारगेट प्राइस 337 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जो इसके 390 रुपये के लिस्टिंग प्राइस से भी लगभग 14% नीचे है। वहीं इसके आईपीओ प्राइस से यह टारगेट करीब 16 प्रतिशत कम है।


ब्रोकरेज का कहना है कि Lenskart का “मेड-टू-ऑर्डर” मॉडल काफी पूंजी खपत वाला मॉडल है, जिससे रिटर्न सीमित रहते हैं। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कंपनी का फ्री कैश फ्लो FY28 तक जाकर ही पॉजिटिव होगा।

बाकी एनालिस्ट्स का क्या है कहना?

मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बलिगा ने कहा, “लेंसकार्ट का बिजनेस मॉडल मजबूत है, लेकिन इसका मौजूदा वैल्यूएशन काफी ऊंचा है। यह लिस्टिंग बताती है कि केवल ओवरसब्सक्रिप्शन या ग्रे मार्केट प्रीमियम देखकर IPO में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की कमजोर लिस्टिंग्स से आने वाले IPOs में रिटेल निवेशकों की भागीदारी घट सकती है।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ हेड, शिवानी न्याती ने कहा, “जिन निवेशकों को अलॉटमेंट मिला है, वे इसे मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड कर सकते है 350 रुपये के आसपास स्टॉप लॉस लगाएं। वहीं, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स बेहतर अवसरों के लिए इस पोजिशन से बाहर निकल सकते हैं।”

INVasset PMS के बिजनेस हेड हर्षल दसानी के मुताबिक, “भले ही लेंसकार्ट का लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी मजबूत है, लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन बहुत ऊंचे हैं। कंपनी अभी भी एक्सपैंशन, मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी में भारी निवेश कर रही है, जिससे शॉर्ट-टर्म अर्निंग्स विजिबिलिटी सीमित है।”

उन्होंने कहा, “मौजूदा स्तरों पर मुनाफा वसूली करना समझदारी होगी और निवेशक तब दोबारा एंट्री लें जब कंपनी के फंडामेंटल्स कीमतों के मुताबिक मजबूत हों।”

यह भी पढ़ें- Stock Crash: बाजार खुलते ही शेयर 20% टूटा, लगा लोअर सर्किट, वर्ल्ड बैंक ने कंपनी को किया बैन

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।