Equity culture in Bihar : बिहार इन दिनों चर्चा में है। पॉलिटिक्स की खबरें आप तो सुनते ही रहते होंगे लेकिन हम आपको बिहार का एक और दिलचस्प फैक्ट बताते है। बिहार में इक्विटी कल्चर की नई बहार आई हुई है और ये देश के टॉप 10 में शामिल हो गया है। राज्य में निवेशकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिली है। बिहार में एक्टिव डीमैट 50 लाख के पार चले गए हैं। बिहार निवेशकों के हिसाब से दिल्ली,हरियाणा और पंजाब को पीछे छोड़ते हुए देश के टॉप-10 राज्यों में शामिल हो गया है।
ताजे आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में बिहार राज्य में डीमैट खातों की संख्या 7 लाख थी जो अभी 52 लाख हो गई है। इस अवधि में राज्य में डीमैट खातों की संख्या में 650 फीसदी की बढ़त हुई है। बिहार में 89 फीसदी निवेशकों के पास इक्विटी वाले MF हैं।
इक्विटी निवेश में तेजी से ग्रोथ दिखने वाले 5 राज्यों की बात करें तो पिछले 5 साल में उत्तरप्रदेश में इक्विटी निवेश में 670 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं, बिहार में ये ग्रोथ रेट 650 फीसदी रही है। जबकि राजस्थान में पिछले 5 साल में इक्विटी निवेश में 400 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं, मध्यप्रदेश में पिछले 5 साल में इक्विटी निवेश में 250 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। जबकि, पश्चिम बंगाल में ये ग्रोथ रेट 240 फीसदी रही है।
किस राज्य में कितने निवेशक
महाराष्ट्र में 2020 में 60 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 1.86 करोड़ पर पहुंच गई। महाराष्ट्र में 2020 में 23 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 1.31 करोड़ पर पहुंच गई। गुजरात में 2020 में 38 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 1 करोड़ पर पहुंच गई। पश्चिम बंगाल में 2020 में 20 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 68 लाख पर पहुंच गई। राजस्थान में 2020 में 13 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 66 लाख पर पहुंच गई। मध्यप्रदेश में 2020 में 10 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 56 लाख पर पहुंच गई। बिहार में 2020 में 7 लाख निवेशक थे। 2025 में यह संख्या बढ़कर 52 लाख पर पहुंच गई।