LT Elevator IPO Listing: एलीवेटर सिस्टम सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली एलटी एलीवेटर के शेयरों की आज BSE SME पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 182 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹78.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹136.10 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 74.49% का लिस्टिंग गेन (LT Elevator Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹142.90 (LT Elevator Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 83.21% मुनाफे में हैं।
LT Elevator IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एलटी एलीवेटर का ₹39.37 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-16 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 182.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 95.10 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 356.16 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 158.90 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 50.48 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹8.80 करोड़ सब्सिडरी पार्क स्मार्ट सॉल्यूशंस में निवेश, ₹20.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
एलटी एलीवेटर अगस्त 2008 में बनी थी और यह एलीवेटर सिस्टम सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। यह एलीवेटर बनाने से लेकर इन्हें लगाने और सालाना मेंटेनेंस का काम संभालती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में एलीवेटर्स, मैनुअल एलीवेटर्स और सेमी-ऑटोमैटिक एलीवेटर्स हैं। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पश्चिम बंगाल क चकचता में हैं। इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की सालाना 800 एलीवेटर्स बनाने की क्षमता है। कंपनी के पास क्वालिटी चेक के लिए खुद की टेस्टिंग लैब भी है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.25 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹3.17 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹8.94 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 27% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹56.74 करोड़ पर पहुंच गई। इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा और वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹13.64 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹14.02 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹17.30 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹2.96 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹6.13 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹31.77 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।