धुपेश धमेजा, सैमको सिक्योरिटीज
धुपेश धमेजा, सैमको सिक्योरिटीज
Nifty Trend: बीते हफ्ते निफ्टी इंडेक्स ने 4.77 फीसदी की अपनी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की। इसके चलते पिछले चार सप्ताहों में आई सारी तेजी हवा हो गई। निफ्टी के 200-डीईएमए से नीचे बंद होने और लोअर-हाई पैटर्न को बनाए रखने के साथ, आने वाले सप्ताह में गिरावट के जारी रहने की चिंता बनी हुई है। यह चिंता जारी भू-राजनीतिक तनावों की वजह से और बढ़ गई है।
पिछले सप्ताह में हुई इस बड़ी गिरावट ने वीकली चार्ट पर बेयरिश एंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है। डेली चार्ट पर, निफ्टी निर्णायक रूप से अपने अहम 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (200-डीईएमए) से नीचे टूट गया लोअर हाईज की एक सीरीज बनाई। यह तेज गिरावट, मंदी की गति की एक मजबूत वापसी को दर्शाती है,क्योंकि आगे तेजी की उम्मीद करने वाले खरीदार फंस गए थे।
ओवरऑल मार्केट स्ट्रक्चर बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है। खरीदारी की घटती हुई रुचि मंदी की संभावना को और बढ़ा रही है। हालिया गिरावट के साथ, निफ्टी ने 24,000 के मनोवैज्ञानिक सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया। ये मार्केट सेंटीमेंट में बड़े बदलाव का संकेत है। 24,800 का स्तर अब एक बड़े कठोर रेजिस्टेंस में बदल गया। निफ्टी वर्तमान में 23,500-23,200 की अपनी तत्काल सपोर्ट रेंज के आसपास मंडरा रहा है,जिसे 50-वीक एक्पोनेंसियल मूविंग एवरेज (50-WEMA)से बल मिल रहा है। यह एक ऐसा स्तर है जिसने ऐतिहासिक रूप से एक मजबूत सपोर्ट के रूप में कार्य किया है।
डेली चार्ट पर, इंडेक्स लगातार अपने पिछले हाई से ऊपर बंद होने में विफल रहा है। ये ऊपरी स्तरों पर लगातार बने बिक्री के दबाव को दर्शाता है। इसके अलावा, निफ्टी 23,800 से 24,000 के अहम मनोवैज्ञानिक रजिस्टेंस बैंड से नीचे कारोबार कर रहा है जिसको भारी कॉल राइटिंग का सपोर्ट हासिल है। यह सतर्कता की भावना बताती है कि ट्रेडर्स को तत्काल किसी तेजी की संभावना को लेकर संशय है। 200-डीईएमए से नीचे बंद होना, साथ ही आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) का 40 से नीचे गिरना बाजार पर मंदड़ियों की पकड़ मजबूत होने के संकेत है।
ओपन इंटरेस्ट (OI) ट्रेंड
इस हफ्ते निफ्टी फ्यूचर्स OI में मजबूत उछाल देखने को मिला। ये 12.60 मिलियन शेयरों से बढ़कर 14.62 मिलियन शेयरों पर पहुंच गया । इसमें 2.02 मिलियन शेयरों की बढ़त हुई। OI में यह तेज बढ़त, 4.77 फीसदी की गिरावट के साथ मिलकर मंदड़ियों के आक्रामक शॉर्ट पोजीशन का संकेत देती है, जो बाजार में निगेटिव सेंटीमेंट कायम रहने का संकेत है।
एफपीआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अपनी लॉन्ग पोजीशन में भारी कटौती की है, लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो सप्ताह की शुरुआत में 38.69 फीसदी से गिरकर 31.20 फीसदी पर आ गया है। यह गिरावट संस्थागत निवेशकों के उम्मीदों में गिरावट का संकेत है जिससे मंदी के नजरिए को और मजबूती मिलती है।
अहम वीकली सीरीज लेवल्स
वीकली ऑप्शन आंकड़ों से पता चलता है कि 24,000 की स्ट्राइक में सबसे ज्यादा कॉल ओपन इंटरेस्ट है, जबकि 23,000 की स्ट्राइक में सबसे ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट है। 23,600-24,000 कॉल रेंज और 23,500-23,000 पुट रेंज में भारी एक्शन 24,000 पर तत्काल रजिस्टेंस और 23,000 पर अहम सपोर्ट का संकेत देता है। 23,600-24,000 रेंज में भारी कॉल राइटिंग मौजूदा मंदी की भावना को मजबूत करती है। पुट-कॉल रेशियो (पीसीआर) 0.71 तक गिर गया है, जो संकेत देता है कि मंदड़िए बाजार पर मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। ओपन इंटरेस्ट में उछाल, इंडेक्स की तीव्र गिरावट के साथ मिलकर, फंसे हुए खरीदारों की और संकेत कर रहा है। साथ ही यहा 23,200 के अगले सपोर्ट स्तर की ओर संभावित गिरावट के लिए रास्ता खोलता दिख रहा है।
आगामी हफ्ते के लिए पूर्वानुमान
24,000 के स्तर से तेज गिरावट ने इस स्तर को एक बड़े रजिस्टेंस जोन के रूप में मजबूती से स्थापित कर दिया है। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट 23,300 और 23,500 के बीच है,जिसे मजबूत पुट राइटिंग और पिछले स्विंग लो का सपोर्ट है। किसी भी सार्थक रिकवरी के लिए इस रेंज को बनाए रखना जरूरी होगा। ऑप्शन सीरीज और प्राइस एक्शन से संकेत मिलता है कि ऊपर की ओर, 23,800-24,000 के जोन में अहम रजिस्टेंस है। 24,000 से ऊपर टिके रहने से शॉर्ट-कवरिंग रैली की उम्मीद बढ़ सकती है और निफ्टी 24,500 की ओर बढ़ सकता है।
एफपीआई की लॉन्ग पोजीशन में कमी और इंडेक्स में भारी गिरावट के दौरान ओपन इंटरेस्ट में बढ़ोतरी मंदी की भावना की पुष्टि करती है। अगर इंडेक्स 23,500 के नीचे फिसल जाता है तो बिकवाली बढ़ सकती क्योंकि खरीदार अपनी पोजीशन काट लेंगे जिससे इंडेक्स 23,000 के अहम सपोर्ट स्तर तक गिर सकता है। जब तक निफ्टी 23,800-24,000 जोन से नीचे रहता है, तब तक "उछाल पर बिकवाली" की रणनीति कायम रहने की उम्मीद है,जिससे मंदी जारी रहने का रास्ता साफ होगा।
धुपेश धमेजा सैमको सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव्स विश्लेषक हैं.
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