Stock market : अगले कुछ सालों में मेटल, सोना-चांदी जैसे हार्ड एसेट्स में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है, ये कहना है एनाम होल्डिंग्स के डायरेक्टर मनीष चोखानी का। बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए उन्होने कहा की बाजार में अब ज्यादा न्यू एज कंपनियां आएंगी। US की 6 कंपनियां अगले साल 600 अरब डॉलर कमाएंगी। हमें IT, टेक्नोलॉजी और ब्रांड डेवलप करने होंगे और मेड इन इंडिया ब्रांड पर जोर देना होगा। भारत में युवाओं का न्यू एज कंपनियों पर जोर होगा। US और भारत की IT कंपनियों में गैप बढ़ा है। आगे भारतीय IT सेक्टर भी US जैसा मजबूत होगा।
ग्रोथ वाले मार्केट में ही इन्वेस्टर करेंगे
मनीष चोखानी ने आगे कहा कि अब निवेशक ग्रोथ वाले मार्केट में ही निवेश करेंगे। भारतीय टेलीकॉम कंपनियां अच्छा कर रही हैं। रिफॉर्म के बाद अब सरकार का विनिवेश पर जोर है। सरकार को विनिवेश के मोर्चे पर आगे बढ़ना चाहिए।
अर्निंग्स ग्रोथ के बाद बाजार में तेजी संभव
बाजार पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि मार्केट में अभी बबल जैसी स्थिति नहीं है। पिछले 1 साल से बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिल रहा है। अर्निंग्स ग्रोथ के बाद बाजार में तेजी संभव है।
गिरावट से डरकर निवेशक बिकवाली नहीं करें
मनीष चोखानी की राय है कि निवेशकों को गिरावट से डर कर बिकवाली नहीं करनी चाहिए। भारत में FIIs की होल्डिंग 2012 के बाद सबसे कम है। लंबी अवधि में बाजार अच्छा रिटर्न देगा। अगले 20 साल में बाजार 10 गुना हो सकता है। देश को एक मजबूत लीडरशिप मिली है। कंजम्प्शन बढ़ाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इनकम टैक्स और GST कटौती से मांग बढ़ेगी। डिमांड बढ़ने से प्राइवेट कैपेक्स में बढ़ोतरी होगी। पहले 10 साल सरकार ने इंफ्रा पर जोर दिया। इकोनॉमी में बढ़त से प्राइवेट कैपेक्स भी बढ़ेगा।
कमोडिटी में आगे जोरदार तेजी की उम्मीद
मनीष चोखानी को कमोडिटी में आगे जोरदार तेजी की उम्मीद दिख रही है। उनका मानना है कि अगले कुछ सालों में स्टील में अच्छी तेजी संभव है। चीन के कदम से भी स्टील को सपोर्ट मिलेगा। अमेरिका में महंगाई और मार्केट रिकॉर्ड स्तर पर हैं। फेड की तरफ से रेट कटौती की उम्मीद कम है। डॉलर की वैल्यू लगातार कम हो रही है।
3 साल में भारत तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा
मनीष चोखानी ने आगे कहा कि सरकार की इकोनॉमिक साइकल रिवाइव करने की कोशिश है। 3 साल में भारत तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा। बड़ी इकोनॉमी से अच्छे रिश्ते बनाकर रखने होंगे। भारतीय बाजार में फाइनेंशियल शेयरों का वेटेज ज्यादा है। फाइनेंशियल शेयरों के बाद IT सेक्टर का वेटेज है। मार्केट में अब न्यू एज कंपनियां ज्यादा आएंगी। न्यू एज कंपनियां आगे ग्रोथ का ट्रिगर बनेंगी
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।