Market outlook : डायमेंशन्स कॉर्पोरेट फाइनेंस सर्विसेज (Dimensions Corporate Finance Services) के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय श्रीवास्तव ने मार्केट आउटलुक पर पर बातचीत करते हुए कहा है कि आगे टियर 2 बैंकों की जबर्दस्त री-रेटिंग हो सकती है। एक्सचेंज स्पेस में ज्यादा प्लेयर नहीं आ सकते हैं। एक्सचेंज शेयरों पर उनका बुलिश नजरिया है। उन्होंने आगे कहा कि सेबी, आरबीआई और सरकार की तरफ से जो नीतिगत फैसले लिए जा रहे हैं वो बाजार के लिए अच्छे हैं।
उन्होंने कहा की एक्सचेंज शेयर लॉन्ग टर्म ट्रेड हैं जिनको मोनोपोली का फायदा मिलेगा। हालांकि शॉर्ट टर्म में इनको नीतियों में बदलाव से झटका लग सकता है। आज की तारीख में अगले 5 साल के नजरिए से कैपिटल मार्केट में एक्सजेंज शेयरों से बेहतर कोई दांव नहीं हो सकता।
बाजार पर बात करते हुए अजय श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार में तेजी है। वैसे भी अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर का महीना बाजार के लिए अच्छा रहेगा। ये बाजार के लिए खरीदारी का मौसम होता है। इसके बाद अक्सर जनवरी में करेक्शन आता है। ऐसे में अगले 2 महीनों में बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। बाजार को जीएसटी कट से भी सपोर्ट मिल रहा है। इसके अलावा सरकारी नीतियां भी बीजार के लिए सपोर्टिव हैं। अगर पीएसयू बैंकों में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचती है तो इससे बाजार को और सपोर्ट मिलेगा।
बाजार में इस समय बाजार में सिर्फ एक ही निगेटिव फैक्टर है और वह यह है कि इस समय हमारे बाजार में कई ऐसे शेयर हैं जिनका वैल्यूशन काफी ज्यादा महंगा है। ऐसे में हमें सही वैल्यूएशन वाले शेयर चुनने पर फोकस करना होगा। अगर हमने सही शेयर नहीं चुना तो काफी महंगा पड़ सकता है। अच्छे वैल्यूएशन वाले क्वालिटी शेयरों में ही पैसा बनेगा। ये कोई जेनरिक मार्केट नहीं है जिसमें हर शेयर में पैसा बनेगा। सब कुछ एक साथ नहीं चलेगा, आपको सेलेक्टिव होना पड़ेगा।
अजय श्रीवास्तव ने बताया कि वे एनबीएफसी शेयरों में गोल्ड लोन कंपनियों पर काफी ज्यादा बुलिश हैं। इस सेगमेंट में उनकी अच्छे रिकॉर्ड वाली पुरानी स्थापित कंपनियों पर फोकस करने की सलाह है। शेयर से पहले प्रोमोटर को देखना चाहिए।
बैंकों को लेकर आरबीआई का नैरेटिव चेंज हुआ है। फॉरेन बैंक्स को यहां पर स्टेक लेने के लिए एक के बाद एक डील अप्रूव हो रहे हैं। अब तो ये बात भी हो रही है कि शायद फॉरेन बैंक्स हमारे बैंकों में कंट्रोलिंग स्टेक भी ले सकें और वोटिंग राइट के लिए उनको कैप न किया जाए। अजय श्रीवास्तव का मानना है कि इससे आगे टियर 2 बैंकों की जबर्दस्त री-रेटिंग हो सकती है। इससे न केवल कंपटीशन जनरेट होगा, बल्कि इंडस्ट्री के बड़े प्लेयर आपको ग्लोबल फॉर्मेट में जाते नजर आ सकते हैं। जब देश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स के साथ नए बैंक आएंगे तो इंडियन एक्सपोर्टर्स और बिजनेसमैन को ग्लोबल बैंक से रिलेशनशिप मिलेगी जिससे उनको फायदा होगा। ये कंपनियां काफी तेज बढ़ेंगी। उनको डोमेस्टिक के साथ ही इंटरनेशनल ग्रोथ का मौका मिलेगा। ऐसे में इनकी री-रेटिंग। अभी ये शेयर अच्छे भाव पर मिल रहे हैं। टेक ओवर बैंक्स में निवेश के काफी अच्छे मौके हैं।
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