Market outlook:आज 5 जून को बाजार में शुरुआती तेजी के बाद ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली आई। इसके बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे हैं। FMCG और IT शेयरों में बिकवाली रही। वहीं, ऑटो, कैपिटल गुड्स, एनर्जी और इंफ्रा शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। रियल्टी, फार्मा और मेटल इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए हैं। ऑटो और कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 1 फीसदी की बढ़त हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप हल्की बढ़त पर बंद हुए हैं। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.5 फीसदी की तेजी आई है। हलांकि डॉलर के मुकाबले रुपया आज 37 पैसे कमजोर होकर 82.67 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.30 के स्तर पर बंद हुआ था।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 240.36 अंक या 0.38 फीसदी बढ़कर 62787.47 पर और निफ्टी 59.70 अंक या 0.32 फीसदी बढ़कर 18593.80 पर बंद हुआ है। आज लगभग 2113 शेयरों में तेजी रही। वहीं, 1438 शेयरों में गिरावट दिखी। जबकि 170 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो और ग्रासिम इंडस्ट्रीज निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि डिविस लेबोरेटरीज, टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स, नेस्ले इंडिया और बीपीसीएल निफ्टी के टॉप लूजर रहे।
एलकेपी सिक्योरिटीज के कुणाल शाह का कहना है कि आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) नीति के ऐलान से पहले बैंक निफ्टी इंडेक्स में नरमी से ये संकेत मिलता है कि ट्र्रेडर्स की नजर केंद्रीय बैंक के गाइडेंस पर लगी हुई है। एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड ने आज के कारोबारी सत्र में बैंक निफ्टी इंडेक्स पर दबाव बनाया। वर्तमान स्थिति को देखते हुए लगता है कि बैंक निफ्टी इंडेक्स के 43700-44300 के दायरे में घूमता रहेगा। स्पष्ट रुझान के अभाव में सूचकांक के साइडवेज रहने की उम्मीद है। हालांकि, यह ध्यान रखने की बात है कि इस रेंज के दोनों तरफ कोई ब्रेकआउट इंडेक्स की दिशा तय कर सकता है।
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि ग्लोबल मार्केट की तेजी ने भारतीय बाजार में भी जोश भर दिया है। इसके अलावा, अमेरिकी ऋण सीमा की अनिश्चितता समाप्त होने और यूएस फेड द्वारा दर वृद्धि में विराम की उम्मीद बढ़ी है। इससे भी दुनिया भर के बाजारों को कुछ राहत मिली है। इस सप्ताह के अंत में आने वाली आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी से पहले बैंकिंग, वित्तीय और दूसरे रेट-सेंसिटिव शेयरों में तेज हलचल देखने को मिल सकती है।
तकनीकी रूप से देखें तो डेली चार्ट्स पर निफ्टी ने एक छोटी बियरिश कैंडल बनाई है जो बुल्स और बियर्स के बीच अनिर्णय का संकेत देती है। जब तक निफ्टी 18550 से ऊपर कारोबार कर रहा है तब तक तेजी जारी रहने की संभावना है। इससे ऊपर इंडेक्स 18650-18700 तक जा सकता है। दूसरी तरफ निफ्टी के 18550 के नीचे गिरने पर बिकवाली का दबाव बढ़ने की संभावना है। ऐसा होने पर इंडेक्स 18500-18450 तक फिसल सकता है।
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