Market Outlook: टैक्स, GST कट्स से कंज्यूमर स्पेस में सुधार, EMS, ई क्विक कॉमर्स बन सकता है उभरते हुआ सेक्टर

Market Outlook: विशाल बिरैया ने कहा कि कंज्यूमर सेक्टर पर सरकार का फोकस है। टैक्स, GST कट्स से कंज्यूमर स्पेस में सुधार देखने को मिला। GDP ग्रोथ प्रोजेक्शन में सुधार की उम्मीद है। निवेश और कंज्यूमर, दोनों में सुधार की संभावना है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली

अपडेटेड Nov 22, 2025 पर 12:07 PM
Story continues below Advertisement
फाइनेंशियल सेक्टर में अर्निंग्स अच्छे हैं। फाइनेंशियल स्पेस में वैल्युएशन पहले से ठीक है। EMS, ई क्विक कॉमर्स नए उभरते हुए सेक्टर है।

Market Outlook: बाजार की आगे की चाल और बंधन बिजनेस साइकिल फंड पर बात करते हुए बंधन एएमसी (Bandhan AMC) के वीपी इक्विटीज विशाल बिरैया (Vishal Biraia) ने कहा कि कंज्यूमर सेक्टर पर सरकार का फोकस है। टैक्स, GST कट्स से कंज्यूमर स्पेस में सुधार देखने को मिला। GDP ग्रोथ प्रोजेक्शन में सुधार की उम्मीद है। निवेश और कंज्यूमर, दोनों में सुधार की संभावना है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। इस बार कंपनी अर्निंग्स काफी बेहतर रही है।

वैल्युएशन और इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर में अर्निंग्स अच्छे हैं। फाइनेंशियल स्पेस में वैल्युएशन पहले से ठीक है। EMS, ई क्विक कॉमर्स नए उभरते हुए सेक्टर है।

बैंक और फाइनेंशियल्स, हेल्थकेयर सेक्टर में सबसे ज्यादा एक्सपोजर है। इस स्पेस में कई बड़े बैंक और NBFCs शामिल हुआ। कई मिड और छोटी कंपनियां भी शामिल हुआ। बड़े बैंक अब रिलेटिवली सस्ते लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे फंड में बैलेंस्ड एक्सपोजर: लार्ज, मिड, स्मॉल कंपनियां है।


ऑटो सेक्टर पर राय देते हुए उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में ओवरवेट एक्सपोजर रहा। 2-4 व्हीलर स्पेस में एक्सपोजर देखने को मिला। OEMs और ऑटो कंपोनेंट्स कंपनियां शामिल हुआ। व्हीलर फाइनेंस से जुड़ी कंपनियां है। GST कटौती के बाद स्पेस में सुधार हुआ। अर्निंग्स मजबूत पर वैल्युएशन अभी किफायती देखने को मिला। कुछ कंपनियों में वैल्युएशन बहुत हाई है।

बंधन बिजनेस साइकिल फंड पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो में कुछ चुनिंदा सेक्टर होते हैं। बेहतर प्रदर्शन, ग्रोथ वाले सेक्टर में निवेश किया। इकोनॉमी साइकिल के विभिन्न फेज के आधार पर निवेश किया। साइकिल में ग्रोथ, मंदी और रिकवरी के सभी फेज शामिल है। साइकिल के विभिन्न फेज के आधार पर कंपनियों में निवेश किया। सही सेक्टर को आइडेंटिफाई करना जरूरी है। इसमें सेक्टर्स का रोटेशन होता रहता है । सभी तरह के सेक्टर, मार्केट कैप वाले स्टॉक्स में निवेश किया। आर्थिक स्थिति के हिसाब से सेक्टर में बदलाव किया । सेफ्टी, ग्रोथ दोनों के हिसाब से एलोकेशन है।

पोर्टफोलियो रिव्यू और रीबैलेंसिंग पर बात करते हुए विशाल बिरैया ने कहा कि अभी सेक्टर स्पेसिफिक बदलाव किए है । टेक्नोलॉजी, फाइनेंशियल स्पेस में एलोकेशन बढ़ाया। कंज्यूमर स्पेस में एक्सपोजर थोड़ा कम किया। कैप-साइज, सेक्टर दोनों में बदलाव करते रहते हैं। कंपनी लेवल पर भी बदलाव होते रहते हैं। अभी लगभग 3% कैश, बाकी पूरी तरह निवेशित है।

Market This week: वीकली आधार पर बाजार में दूसरे हफ्ते भी जारी रही बढ़त, रिकॉर्ड निचले स्तर पर फिसला रुपया

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।