Monarch Surveyors IPO Listing: सिविल इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी फर्म मोनार्क सर्वेयर्स एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 250 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹250 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹421.25 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 68.50% का लिस्टिंग गेन (Monarch Surveyors Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में हल्की फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। ₹435.00 की ऊंचाई तक जाकर यह टूट गया और टूटकर यह ₹400.20 (Monarch Surveyors Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 60.08% मुनाफे में हैं।
Monarch Surveyors IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
मोनार्क सर्वेयर्स का ₹93.75 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 22-24 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 250.65 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 179.01 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 317.05 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 263.01 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 37.50 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹31.99 करोड़ मशीनरी की खरीदारी, ₹30 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Monarch Surveyors के बारे में
वर्ष 1992 में बनी मोनार्क सर्वेयर्स एंड इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स एक सिविल इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी फर्म है। यह टोपोग्राफिक सर्वे, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी, डिजाइन एंड इंजीनियरिंग, जियोटेक्निकल इंवेस्टिगेशंस, लैंड एक्विजिशन, जीआईएस मैपिंग और फीजिबिलिटी स्टडीज जैसी सर्विसेज ऑफर करती है। इसके रेलवे, रोड, पोर्ट और ऑयल एंड गेस में कई प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹8.59 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹30.01 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹34.83 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी लगातार बढ़ा। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹72.72 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹141.27 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹155.66 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी लगातार बढ़ा और वित्त वर्ष 2023 में ₹11.68 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹42.78 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 में ₹51.10 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज भी लगातार बढ़ा जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹8.37 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹12.96 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹14.29 करोड़ पर पहुंच गया।