MSCI Rejig: भारतीय शेयर बाजार की 11 स्मॉलकैप कंपनियों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। बड़ी खबर इसलिए क्योंकि इन कंपनियों के शेयरों में आने वाले दिनों में 89 मिलियन डॉलर यानी करीब 760 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आ सकता है। यह पूरा मामला मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल (MSCI) के इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स से जुड़ा हुआ है। अगर आप MSCI के बारे में नहीं जानते हैं तो बता दें कि MSCI एक ग्लोबल इंडेक्स प्रोवाइडर है, जो अलग-अलग मार्केट से इंडेक्स मुहैया कराता है। तमाम विदेशी निवेशक इसी इंडेक्स के आधार पर भारतीय शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं। ऐसे में जब भी कोई शेयर इस इंडेक्स में शामिल होता है, तो उसमें पैसिव तरीके से आ रहा विदेशी निवेश बढ़ जाता है। हालांकि कई बार इसका उलटा भी होता है और MSCI के इंडेक्स से बाहर होने के बाद उसमें से विदेशी निवेश भी बाहर निकल जाता है।
MSCI हर साल दो बार अपने इंडेक्स में एडजस्टमेंट करती है। इस बार मई महीने के एडजस्टमेंट में MSCI ने अपने इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स में बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत, MSCI ने कुल 11 स्मॉलकैप शेयरों को इस इंडेक्स में शामिल किया है। वहीं दूसरी ओर इसने इसका ठीक दोगुना, 22 स्टॉक्स को अपने इंडेक्स से बाहर कर दिया है।
MSCI ने जिन 11 स्मॉलकैप शेयरों को अपने इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल किया है, उनमें ऑथम इनवेस्टमेंट्स, डॉ अग्रवाल्स हेल्थ केयर, इक्सीगो, एक्मे सोलर होल्डिंग्स, AWL एग्री बिजनेस, सैजिलिटी इंडिया, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज, साई लाइफ साइंसेज, इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट गोदरेज एग्रोवेट और टाटा टेक्नोलॉजीज शामिल हैं।
इनमें से किस शेयर में कितना विदेशी निवेश आ सकता है, इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म IIFL सिक्योरिटीज ने एक विस्तृत रिपोर्ट निकाली है। IIFL सिक्योरिटीज ने बताया कि सबसे अधिक विदेशी निवेश टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आने का अनुमान है। इस शेयर में करीब 18 मिलियन डॉलर यानी करीब 153 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आ सकता है। वहीं हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयरों में 136 करोड़ रुपये और AWL एग्री बिजनेस के शेयर में 28 करोड़ रुपये के आने का अनुमान है। ऑथम इनवेस्टमेंट्स के शेयरों में करीब 94 करोड़ का विदेशी निवेश आ सकता है।
वहीं साइ लाइफ साइंसेज के शयेर में 68 करोड़ रुपये और इंटरनेशल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के शेयरों में 59 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश आने का अनुमान है। ब्रोकरेज ने बताया कि इसके अलावा डॉ अग्रवाल्स हेल्थ केयर, एक्मे सोलर होल्डिंग, सैजिलिटी इंडिया और गोदरेज एग्रोवेट इन सभी 42-42 करोड़ रुपये का अनुमान है। जबकि एक्सिगो के शेयरों में 34 करोड़ रुपये आ सकते हैं।
22 स्मॉलकैप शेयर हुए इंडेक्स से बाहर
इस बीच 22 स्मॉलकैप शेयर ऐसे भी हैं, जिन्हें अब इस इंडेक्स से बाहर कर दिया गया है। जिन शेयरों को बाहर किया गया है, उनमें हीडलबर्गसीमेंट इंडिया, गोदरेज इंडस्ट्रीज, टीमलीज सर्विसेज, गेटवे डिस्ट्रिपार्क्स, ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज, गुजरात अल्कलीज एंड केमिकल्स, नोसिल, प्रिंस पाइप्स एंड फिटिंग्स, ऑर्किड फार्मा, श्याम मेटालिक्स एंड एनर्जी, कोरोमंडल इंटरनेशनल, पैसालो डिजिटल लिमिटेड, उड़ीसा मिनरल डेवलपमेंट कंपनी, हेमिस्फेयर प्रॉपर्टीज, इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया, शेयर इंडिया सिक्योरिटीज, पटेल इंजीनियरिंग, मोस्चिप टेक्नोलॉजीज,ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स,E2E नेटवर्क्स और आरती ड्रग्स शामिल है।
ब्रोकरेज ने कहा कि इन सभी शेयरों में सबसे अधिक घाटे में कोरोमंडल इंटरनेशनल रह सकती है, जिसके शेयरों से करीब 51 मिलियन डॉलर यानी करीब 435 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश बाहर जा सकता है। बाकी शेयरों से कितना विदेशी निवेश जाने का अनुमान है, इसे आप नीचे दिए टेबल में देख सकते हैं-
हालांकि कोरोमंडल के लिए राहत की बात यह है कि इसे MSCI ने अब अपने ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल कर लिया है। इसके अलावा नायका की पैरेंट कंपनी FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स के शेयरों को भी इस इंडेक्स में शामिल किया गया है। ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने बताया कि ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स का हिस्सा बनने से इन दोनों शेयरों में करीब 3,400 करोड़ रुपये तक के विदेशी आने के अनुमान है। MSCI ने बताया कि उसने अपने सभी इंडेक्सों में जो भी बदलाव किए हैं, वे 30 मई का कारोबार खत्म होने के बाद लागू हो जाएंगे।
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