Nazara Tech Shares: ऑनलाइन गेमिंग रेगुलेशन बिल, 2025 ने गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया कंपनी नजारा टेक के शेयरों पर बिकवाली का ऐसा दबाव बनाया कि महज चार कारोबारी दिनों में इसके शेयर 18% से अधिक टूट गए। इसके चलते बड़े-बड़े दिग्गज निवेशकों को झटका लगा लेकिन रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) बच गईं क्योंकि उन्होंने पहले ही इसके सभी शेयर बेच दिए थे। वहीं दूसरी तरफ नितिन कामत (Nikhil Kamath) और मधुसूदन केला (Madhusudan Kela) को करारा शॉक लगा। शेयरों के भाव की बात करें तो एक कारोबारी दिन पहले 22 अगस्त को बीएसई पर यह 4.13% की गिरावट के साथ ₹1155.75 (Nazara Tech Share Price) पर बंद हुआ था।
एक साल में इसके शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 25 अक्टूबर 2024 को यह एक साल के निचले स्तर ₹835.30 पर थे। इस निचले स्तर से यह 10 महीने में 73.59% उछलकर बीएसई पर 13 अगस्त 2025 को ₹1450.00 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है।
Nazara Tech में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में रेखा झुनझुनवाला का नाम अब नहीं दिख रहा है यानी कि रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में अब इसके शेयर नहीं है या उनकी होल्डिंग 1% से कम है। बता दें कि नियमों के मुताबिक 1% से अधिक होल्डिंग वाले ही शेयरहोल्डर्स के नाम का खुलासा करना अनिवार्य है। इससे पहले मार्च 2025 के आखिरी में रेखा झुनझुनवाला के पास नजारा टेक रे 61.8 लाख शेयर थे जोकि कंपनी की 7.06% हिस्सेदारी के बराबर है। रेखा झुनझुनवाला ने 13 जून को बीएसई पर 13 लाख शेयर और एनएसई पर 14 लाख शेयर करीब ₹1225 के औसत भाव पर करीब ₹334 करोड़ में बेचा था।
एक तरफ रेखा झुनझुनवाला को नजारा टेक की गिरावट का झटका नहीं लगा तो दूसरी तरफ मधुसूदन केला और नितिन कामत जैसे दिग्गज निवेशकों की पूंजी अभी भी इसमें लगी हुई है यानी कि उन्हें इसके शेयरों की गिरावट से झटका लगा है। मधुसूदन केला के पास इसके 10.96 लाख शेयर हैं जो कंपनी की 1.18% इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है तो नितिन कामत के पास कामत एसोसिएट्स के जरिए इसके 15.04 लाख शेयर हैं जो कंपनी की 1.62% इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर है।
आखिर क्यों टूट रहे नजारा टेक के शेयर?
केंद्र सरकार ने हाल ही में प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 को मंजूरी दी है। इस बिल का मकसद पैसे आधारित गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर सख्त निगरानी रखना है, ताकि सट्टे की लत, मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी जैसे खतरों को रोका जा सके। इस बिल के चलते नजारा टेक के शेयर धड़ाम हो गए। हालांकि नजारा टेक ने साफ किया है कि इस बिल का उसकी अर्निंग्स या ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर कोई सीधा असर नहीं होगा लेकिन मूनशाइन टेक्नोलॉजी (पोकरबाजी) में निवेश ने निवेशकों की चिंता बढ़ाई है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने इसकी रेटिंग को घटाकर रिड्यूस कर दिया और टारगेट प्राइस को ₹1500 से घटाकर ₹1100 कर दिया है। यह कटौती इसलिए की क्योंकि ब्रोकरेज फर्म ने मूनशाइन को लेकर इसके टारगेट प्राइस में ₹400 जोड़ा था, उसे ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स पर बैन के चलते जीरो कर दिया। वैसे नजारा का कहना है कि रियल मनी गेमिंग में इसका सीधा एक्सपोजर नहीं है और इसके जून 2025 तिमाही के वित्तीय आंकड़ों में मूनशाइन का रेवेन्यू शामिल नहीं है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।