आईटी कंपनियों के शेयर दिसंबर 2024 के अपने हाई से काफी फिसले हैं। इसमें एच1-वीजा के नए नियमों को लेकर चिंता, एआई का असर और अमेरिका में कंपनियों के खर्च करने की सुस्त रफ्तार का हाथ है। सवाल है कि क्या यह आईटी कंपनियों के शेयरों में निवेश करने का सही समय है?
आईटी शेयरों पर इन वजहों से दिख रहा दबाव
एच1-बी वीजा फीस बढ़ने से उन इंडियन IT Companies के लिए ऑपरेशनल कॉस्ट काफी बढ़ जाएगी, जो अमेरिका में ऑनसाइट एंप्लॉयीज पर निर्भर हैं। दूसरा, अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में कंपनियां टेक्नोलॉजी पर खर्च करने में सावधानी बरत रही हैं। दुनियाभर में कंपनियों ने खर्च घटाने पर फोकस बढ़ाया है। इसके लिए वे छंटनी तक कर रही हैं। इसका असर आईटी सेक्टर के आउटलुक पर पड़ा है।
करीब चार साल पहले के लेवल पर इंडेक्स
Nifty IT index अपने 52 हफ्ते के हाई से 27 फीसदी से ज्यादा फिसला है। डीएसपी की हाल में आई Netra रिपोर्ट में बताया गया है कि निफ्टी आईटी इंडेक्स उस प्राइस पर आ गया है, जो अगस्त 2021 में था। इसने चार साल का कंसॉलिडेशन पूरा कर लिया है। TCS जैसी ब्लूचिप कंपनी का शेयर 30 फीसदी से ज्यादा गिरा है। निफ्टी आईटी इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। डीएसपी ने कहा है कि अक्टूबर 2018 के अपने पीक से टीसीएस के प्राइस का सीएजीआर 4 फीसदी है। यह शेयर गिरकर अक्टूबर 2020 के लेवल पर आ गया है।
आईटी कंपनियों के कामकाज पर AI का असर
आईटी कंपनियों के अर्निंग्स ग्रोथ के अनुमान में कमी देखने को मिल रही है। AI की वजह से आईटी कंपनियों के बिजनेस को लेकर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। ब्रोकरेज फर्मों की सलाह पर भी इसका असर दिख रहा है। वे कंपनियों के शेयरों को लेकर सावधानी बरत रही हैं। विप्रो में सेटीमेंट कमजोर है। इस स्टॉक को 18 ब्रोकरेज फर्मों ने बेचने की सलाह दी है। 18 ने इसे होल्ड करने की सलाह दी है। आईटी सेक्टर को लेकर ब्रोकरेज फर्में सेलेक्टिव हो गई हैं।
कुछ कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्मों को कुछ कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। एम्फैसिस में पॉजिटिव रिवीजन देखने को मिला है। टीसीएस और इंफोसिस को खरीदने की सलाह देने वाले ब्रोकरेज फर्मों की संख्या ज्यादा है। इन्हें बेचने की सलाह देने वाले ब्रोकरेज फर्मों की संख्या कम है। आईटी कंपनियों के शेयर अपनी लॉन्ग टर्म एवरेज वैल्यूएशन के करीब पहुंच गए हैं। लेकिन, डीएसपी के मुताबिक, अब भी अर्निंग्स ग्रोथ नहीं दिख रही है। उसका मानना है कि ग्रोथ को लेकर तस्वीर खराब है जबकि खराब खबरों के आने का सिलसिला जारी है।
इंफोसिस-टेक महिंद्रा यस सिक्योरिटीज के टॉप पिक्स
Nifty IT Index अगर और 15 फीसदी गिर जाता है तो इसमें खरीदारी का मौका होगा। हालांकि, अब भी ये शेयर अट्रैक्टिव दिख रहे हैं। हर गिरावट पर इनमें निवेश बढ़ाया जा सकता है। यस सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिसंबर 2024 के हाई से निफ्टी आईटी इंडेक्स में तेज गिरावट आई है। इंफोसिस जैसी कंपनियों के पास प्राइसिंग पावर है, जबकि टेक महिंद्रा के पास मार्जिन बढ़ाने की गुंजाइश है। ये दोनों स्टॉक्स यस सिक्योरिटीज के टॉप पिक्स हैं।