Nifty Outlook: चार दिन की गिरावट थमी, अब 22 दिसंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल; जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: चार दिन की गिरावट के बाद निफ्टी में राहत की तेजी दिखी है। लेकिन 26,000 का स्तर अब भी सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्रेकआउट मिलने पर 26,300 तक तेजी मुमकिन है। जानिए 22 दिसंबर के लिए निफ्टी के अहम सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल।
LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि 26,000 का स्तर आगे भी बाजार के लिए सबसे अहम रहेगा।
Nifty Outlook: शेयर बाजार ने मजबूत ग्लोबल संकेतों के दम पर शुक्रवार को चार दिन की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया था। निफ्टी दिन के उच्च स्तर के करीब बंद हुआ और 150 अंकों की बढ़त के साथ 25,966 पर क्लोज हुआ। इस तेजी में 40 से ज्यादा शेयर हरे निशान में बंद हुए, जिससे निवेशकों को राहत मिली।
अब सोमवार, 22 दिसंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार को बाजार में क्या खास हुआ था और अब किन फैक्टर पर नजर रहेगी।
हफ्तेभर की तस्वीर अब भी कमजोर
हालांकि शुक्रवार की तेजी के बावजूद साप्ताहिक आधार पर निफ्टी लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुआ। पूरे हफ्ते में इंडेक्स 0.31% फिसला, जो यह दिखाता है कि बाजार की धारणा अभी पूरी तरह मजबूत नहीं हुई है।
शुक्रवार को दिखा तेज ब्रेकआउट
पिछले कुछ सत्रों से सीमित दायरे में कारोबार करने के बाद शुक्रवार को निफ्टी में तेज ब्रेकआउट देखने को मिला। इंडेक्स ने 96 अंकों की गैप-अप ओपनिंग की और शुरुआती कारोबार में मजबूती को आगे बढ़ाया। इसके बाद बाजार की चाल कुछ समय के लिए सुस्त हुई, लेकिन पूरे सेशन में पॉजिटिव रुझान बना रहा। इससे निफ्टी मजबूत क्लोजिंग देने में कामयाब रहा।
किन शेयरों में रही सबसे ज्यादा हलचल
निफ्टी के शेयरों में Shriram Finance, Max Healthcare और BEL सबसे ज्यादा बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं HCL Tech, Hindalco और Kotak Bank पर बिकवाली का दबाव दिखा और ये दिन के टॉप लूजर्स में शामिल रहे।
सेक्टरल स्तर पर भी बाजार का रुख मजबूत रहा। सभी सेक्टरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। इसमें रियल्टी, ऑटो और हेल्थकेयर सेक्टर ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और दिन की तेजी का नेतृत्व किया।
ब्रॉडर मार्केट ने मारी बाजी
ब्रॉडर मार्केट ने एक बार फिर बेंचमार्क्स से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1.20% चढ़ा, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.34% की मजबूती देखने को मिली।
रुपये में भी लगातार मजबूती
भारतीय रुपया लगातार तीसरे सत्र में मजबूत हुआ और डॉलर के मुकाबले 97 पैसे की तेजी के साथ 89.27 पर बंद हुआ। यह 26 नवंबर के बाद रुपये का सबसे मजबूत क्लोजिंग लेवल है।
मजबूत कॉरपोरेट डॉलर इनफ्लो और जोखिम लेने की धारणा लौटने से रुपया एशियाई मुद्राओं में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली करेंसी रहा। बाजार में RBI की सक्रियता की उम्मीद के बीच, निकट अवधि में डॉलर-रुपया जोड़ी का आउटलुक कमजोर यानी बेयरिश बना हुआ है।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
टेक्निकल एनालिस्ट Nagaraj Shetti (HDFC Securities) के मुताबिक, अगर निफ्टी 26,000 से 26,050 के अहम रेजिस्टेंस जोन के ऊपर मजबूती से टिकता है, तो निकट अवधि में 26,300 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं नीचे की ओर 25,800 से 25,700 का दायरा मजबूत सपोर्ट के तौर पर काम करेगा।
शुक्रवार की तेजी के बावजूद निफ्टी लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुआ। हफ्ते के दौरान इंडेक्स को अपने 50-दिन के मूविंग एवरेज के पास सपोर्ट मिला और वहीं से रिकवर होकर यह 25,900 के ऊपर क्लोजिंग देने में सफल रहा, जो बाजार के लिए एक राहत का संकेत माना जा रहा है।
26,000 के पास अभी भी बड़ी रुकावट
Centrum Broking के नीलेश जैन का कहना है कि फिलहाल निफ्टी के लिए सबसे बड़ा रेजिस्टेंस 21-दिन के मूविंग एवरेज के आसपास 26,000 के स्तर पर बना हुआ है। अगर इंडेक्स इस लेवल के ऊपर टिकाऊ ब्रेकआउट देता है, तो शॉर्ट कवरिंग देखने को मिल सकती है और निफ्टी 26,200 की ओर बढ़ सकता है।
हालिया रिकवरी और गिरती ट्रेंड लाइन के ऊपर ब्रेकआउट को देखते हुए जैन का मानना है कि आने वाले हफ्ते में ‘सांता रैली’ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि गिरावट की स्थिति में 25,700 का स्तर मजबूत सपोर्ट बना रहेगा।
26,100 के ऊपर राहत, 26,300 पर नजर
Angel One के ओशो कृष्णन के मुताबिर, 25,850 से 25,800 का जोन किसी भी मध्यवर्ती गिरावट को संभाल सकता है। वहीं 25,700 का स्तर पिछले दो हफ्तों से मजबूत सपोर्ट बना हुआ है। ऊपर की ओर अगर निफ्टी 26,050 से 26,100 के जोन के ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट देता है, तो बुल्स को राहत मिलेगी और इंडेक्स 26,300 से 26,325 के लाइफटाइम रेजिस्टेंस जोन की ओर बढ़ सकता है।
बुलिश स्ट्रक्चर कन्फर्म होने का लेवल
HDFC Securities के नंदीश शाह का कहना है कि अगर निफ्टी 26,058 के ऊपर टिकता है, तो डेली चार्ट पर ‘हायर टॉप–हायर बॉटम’ का बुलिश पैटर्न कन्फर्म हो जाएगा। ऐसे में प्राइमरी अपट्रेंड दोबारा शुरू होने के संकेत मिलेंगे और इंडेक्स 26,202 से 26,330 तक जा सकता है। नीचे की ओर 25,726 अब नजदीकी अहम सपोर्ट बन गया है।
आगे के आउटलुक पर रूपक डे (LKP Securities) ने कहा कि 26,000 का स्तर आगे भी बाजार के लिए सबसे अहम रहेगा। इसके ऊपर मजबूत ब्रेकआउट आने पर निफ्टी 26,300 की ओर बढ़ सकता है, जबकि 25,900 का स्तर तत्काल सपोर्ट के तौर पर काम करेगा और यही निफ्टी की पहली रक्षा पंक्ति माना जा रहा है।
Disclaimer:मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।