Nifty Outlook: 8 सितंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन-से लेवल रहेंगे अहम? जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: निफ्टी ने शुक्रवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद मामूली बढ़त दर्ज की। अब 8 सितंबर को इंडेक्स किन लेवल पर टिकेगा और किन लेवल्स पर रुकावट आएगी, जानिए एक्सपर्ट्स से।
एक्सपर्ट के मुताबिक, निफ्टी का शॉर्ट-टर्म ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है।
Nifty Outlook: निफ्टी ने शुक्रवार को अस्थिर कारोबार के बीच इंट्राडे निचले स्तर से रिकवरी की और लगातार तीसरे सत्र में बढ़त दर्ज की। इंडेक्स 7 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,741 पर लगभग फ्लैट बंद हुआ। हालांकि वीकली बेसिस पर निफ्टी में 1.28% की बढ़त रही।
वीकली बढ़त के बावजूद अनिश्चितता बनी हुई है। मजबूत जीडीपी डेटा और जीएसटी 2.0 की घोषणा जैसे घरेलू पॉजिटिव ट्रिगर्स का फायदा उठाने में इंडेक्स नाकाम रहा और मजबूती के साथ खरीदारी को खींचने में सफल नहीं हुआ।
अब नए कारोबारी हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार, 8 सितंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि शुक्रवार के कारोबारी सत्र में क्या खास हुआ था।
किन शेयरों में उछाल-गिरावट
शुक्रवार को निफ्टी पैक में आयशर मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और श्रीराम फाइनेंस प्रमुख गेनर्स में शामिल रहे। वहीं आईटीसी, सिप्ला और एचसीएल टेक जैसी कंपनियों के लिए यह सत्र कमजोर रहा और ये शीर्ष नुकसान झेलने वाले शेयर बने।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो तस्वीर मिली-जुली रही। निफ्टी ऑटो, मेटल और मीडिया दिन के प्रमुख गेनर रहे, जबकि निफ्टी आईटी, एफएमसीजी और रियल्टी सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। ब्रॉडर मार्केट भी लगभग फ्लैट रहा, जहां एनएसई मिडकैप100 और स्मॉलकैप100 इंडेक्स 0.20% की मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
किन फैक्टर पर रहेगी नजर
विदेशी निवेशक शुक्रवार को कैश मार्केट में नेट सेलर रहे, जबकि घरेलू निवेशक नेट बायर बने। कुल मिलाकर, वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितताओं और टैरिफ बढ़ोतरी जैसी बाहरी चुनौतियां प्रमुख जोखिम बनी हुई हैं। मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि इसके बावजूद जीएसटी सुधार और मजबूत घरेलू मैक्रोज निकट भविष्य में बाजार की तेजी को सपोर्ट कर सकता है।
इसके अलावा, भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर खिंचाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'हमेशा दोस्त रहेंगे' वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने कहा कि वह इन भावनाओं का 'पूरी तरह से सम्मान करते हैं' और भारत व अमेरिका का वैश्विक स्तर पर 'बेहद सकारात्मक' रणनीतिक साझेदारी है।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
HDFC Securities के नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी का शॉर्ट-टर्म ट्रेंड पॉजिटिव बना हुआ है। हालांकि, इसमें वोलैटिलिटी भी दिख रही है। 24,600 के सपोर्ट जोन से उछलने के बाद इस हफ्ते इंडेक्स 25,000 के अहम रेजिस्टेंस लेवल की ओर बढ़ सकता है। तात्कालिक सपोर्ट 24,600 पर है।
एंजल वन के राजेश भोसले के मुताबिक, भले ही निफ्टी 20-DEMA के ठीक ऊपर बंद हुआ हो, लेकिन इसे 50-DEMA के आसपास रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, '24,400-25,000 की बड़ी रेंज से साफ ब्रेकआउट अगली दिशा तय करेगा। फिलहाल 24,600 और फिर 24,500 नजदीकी सपोर्ट हैं। वहीं, 24,800-24,900 रेजिस्टेंस का काम करेगा, जो 50-DEMA के साथ मेल खाता है।'
25000 के ऊपर टिकना जरूरी
HDFC Securities के विनय राजानी के मुताबिक, अगर निफ्टी 25,000 के ऊपर टिकता है तो यह बुलिश ट्रेंड रिवर्सल की पुष्टि करेगा। इसमें शॉर्ट कवरिंग भी देखने को मिल सकती है। वहीं, नीचे की ओर 24,500 मजबूत सपोर्ट बना हुआ है।
LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि डेली चार्ट पर निफ्टी 21-EMA के ठीक ऊपर बंद हुआ है, जिससे शॉर्ट-टर्म आउटलुक साइडवेज से हल्का पॉजिटिव बना हुआ है। अगर इंडेक्स decisively 24,750 के पार जाता है, तो इसमें 25,150-25,250 की ओर तेजी आ सकती है। नीचे की ओर सपोर्ट 24,500 पर है।
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