Nifty Outlook and Strategy : बाजार में लगातार तीसरे दिन दबाव, आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर
Nifty trend: पिछले तीन सेशन में, निफ्टी 26,325–26,175 की छोटी रेंज में ही चलता रहा है। ऑवरली स्केल पर नेगेटिव डाइवर्जेंस 26,100 की ओर शॉर्ट-टर्म करेक्शन की संभावना दिखारहा है, जो 10 DEMA के आसपास है। यह लेवल 23 अक्टूबर के स्विंग प्वाइंट से भी मेल खाता है, जिससे यह एक ज़रूरी सपोर्ट ज़ोन बन जाता है
Nifty Trend : निफ्टी का आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। जब तक 26,030 बना रहता है, तब तक गिरावट को खरीदने के मौके के तौर पर इस्तेमाल करते रहें
Market trend : बाजार में लगातार तीसरे दिन दबाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी करीब 90 प्वाइंट फिसलकर 26100 के नीचे आ गया है। दिग्गज प्राइवेट बैंकों ने सबसे ज्यादा दबाव बनाया है। बैंक निफ्टी 200 प्वाइंट से ज्यादा कमजोर हुआ है। लेकिन बढ़त के साथ मिडकैप शेयर आउटपरफॉर्म कर रहे हैं। रिलीफ पैकेज पर दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान से वोडाफोन आइडिया का शेयर करीब 3 फीसदी चढ़कर वायदा के टॉप गेनर्स में शुमार है। उधर NMDC और भारतडायनेमिक्स भी मजबूत दिख रहे हैं। PB फिनटेक और ल्यूपिन में भी अच्छी खरीदारी आई है।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो PSU बैंकों में तेजी का मोमेंटम कायम है। PSU बैंक इंडेक्स आज भी एक फीसदी मजबूत हुआ है। यूनियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा वायदा के टॉप गेनर्स में शामिल हैं। चुनिंदा फार्मा और एनर्जी शेयरों में भी खरीदारी देखने को मिल रही है। लेकिन NBFCs में ज्यादा कमजोरी है। निफ्टी फाइनेंशियल इंडेक्स करीब एक फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
डिस्काउंट पर ब्लॉक डील के बाद बजाज हाउसिंग फाइनेंस 8 फीसदी टूटा है। ये शेयर ऑलटाइम लो पर पहुंच गया है। इसमें 19.5 करोड़ शेयरों का सौदा हुआ सौदा। प्रोमोटर कंपनी बजाज फाइनेंस की हिस्सा बेचने की खबरें है।
आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर
निफ्टी व्यू
आनंद राठी के सीनियर मैनेजर - इक्विटी रिसर्च जिगर एस पटेल का कहना है कि पिछले तीन सेशन में, निफ्टी 26,325–26,175 की छोटी रेंज में ही चलता रहा है। ऑवरली स्केल पर नेगेटिव डाइवर्जेंस 26,100 की ओर शॉर्ट-टर्म करेक्शन की संभावना दिखारहा है, जो 10 DEMA के आसपास है। यह लेवल 23 अक्टूबर के स्विंग प्वाइंट से भी मेल खाता है, जिससे यह एक ज़रूरी सपोर्ट ज़ोन बन जाता है।
इस बीच, डेली RSI 50 से ऊपर बना हुआ है, इससे संकेत मिलता है कि अंदरूनी मोमेंटम पॉजिटिव बना हुआ है और ब्रॉडर ट्रेंड बना हुआ है। इन टेक्निकल फैक्टर्स को देखते हुए,आने वाले सेशंस में निफ्टी में रिकवरी की उम्मीद है,बशर्ते इंडेक्स इस अहम मूविंग-एवरेज सपोर्ट से ऊपर बना रहे। निफ्टी के लिए 26,300, 26,400 पर अहम रेजिस्टेंस और 26,100, 26,000 पर सपोर्ट है।
वेव्स स्ट्रैटेजी एडवाइजर्स के फाउंडर और CEO आशीष क्याल का कहना है कि 26 नवंबर को 25,840 के पास लो बनाने के बाद निफ्टी धीरे-धीरे ऊपर जा रहा है। वीकली टाइम फ्रेम पर, निफ्टी 27 सितंबर, 2024 को बने ऑल-टाइम हाई से ऊपर बंद होने की कोशिश कर रहा है। 26,277 लेवल से ऊपर बंद होने से मीडियम से शॉर्ट-टर्म बुलिश ट्रेंड और मजबूत होगा।
नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 26,030 के पास अहम सपोर्ट है, जो पिछले स्विंग हाई के साथ मेल खाता है। इलियट वेव के नज़रिए से,कीमतें शायद ऊपर की तरफ तीसरी वेव में जा रही हैं, जो आमतौर पर इलियट वेव स्ट्रक्चर के अंदर सबसे मज़बूत और सबसे लंबी वेव होती है।
निफ्टी का आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। जब तक 26,030 बना रहता है, तब तक गिरावट को खरीदने के मौके के तौर पर इस्तेमाल करते रहें। आगे 26,400 और उससे भी आगे की तेजी देखने को मिल सकती है।
बैंक निफ्टी व्यू
आनंद राठी के सीनियर मैनेजर - इक्विटी रिसर्च जिगर एस पटेल का कहना है कि पिछले तीन सेशन में, बैंक निफ्टी 59,500 और 60,100 के बीच कंसोलिडेट होता रहा है। हालांकि, ऑवरली चार्ट पर नेगेटिव डाइवर्जेंस यह बता रहा है कि इंडेक्स 59,400 की ओर थोड़ा पीछे हट सकता है, यह एक ऐसा ज़ोन है जो 9 DEMA से काफी मिलता-जुलता है। यह एरिया 20 नवंबर को बने स्विंग हाई के साथ भी अलाइन है, जिससे सपोर्ट ज़ोन के तौर पर इसकी अहमियत और बढ़ जाती है।
वहीं, डेली RSI 70 के पास बना हुआ है, जो दिखाता है कि मोमेंटम मज़बूत बना हुआ है और ओवरऑल ट्रेंड अभी भी पॉज़िटिव है। इन सिग्नल के साथ जब तक यह इस अहम मूविंग-एवरेज सपोर्ट से ऊपर बना रहता है, बैंक निफ्टी आने वाले सेशन में फिर से ऊपर की ओर बढ़ सकता है। इसके लिए 60,000-60,100 पर रेजिस्टेस और 59,400, 59,200 पर सपोर्ट है।
आशीष क्याल का कहना है कि पिछले सेशन में, बैंक निफ्टी ने 60,114 के लेवल पर नया रिकॉर्ड हाई बनाया। हालांकि, नए हाई पर पहुंचने के बाद, इंडेक्स ऊंचे लेवल पर टिक नहीं पाया और पिछले हफ्ते 1.50% की मजबूत बढ़त के बाद कुछ नरमी आई। इस छोटी सी रुकावट के बावजूद, डेली चार्ट में अभी भी मजबूती दिख रहा है क्योंकि कीमतें क्लोजिंग बेसिस पर पिछले दिन के लो को बचाने में कामयाब रहीं, जिससे ओवरऑल माहौल बुलिश बना रहा।
अभी के लिए, 59,900 से ऊपर एक बड़ा ब्रेक ज़रूरी है ताकि नई तेज़ी फिर से शुरू हो सके। इसके बाद 60,114 का पहला टारगेट और उसके बाद 60,350 का अगला टारगेट देखने को मिल सकता है। नीचे की तरफ, 59,500 से नीचे जाने पर प्रॉफ़िट-बुकिंग बढ़ सकती है।
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