Nifty Outlook: 21 नवंबर को कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, कौन से लेवल रहेंगे अहम? जानिए एक्सपर्ट से
Nifty Outlook: निफ्टी करीब साल भर बाद 26,200 के पार निकलकर ऑल-टाइम हाई के करीब पहुंच गया है। अब 21 नवंबर को इंडेक्स किस दिशा में जाएगा? जानिए कौन से लेवल निर्णायक रहेंगे और एक्सपर्ट क्या संकेत दे रहे हैं।
Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, निफ्टी में तेजी अभी और जारी रह सकती है।
Nifty Outlook: निफ्टी में गुरुवार को बुल्स का जोर दिखा और इंडेक्स अपने ऑल-टाइम हाई के करीब पहुंच गया। डेली चार्ट पर निफ्टी हाल के स्विंग हाई के ऊपर निकला, जिससे बाजार में बुलिश सेंटिमेंट और मजबूत हो गया। इंडेक्स इंट्रा-डे के ऊपरी स्तरों से थोड़ा फिसलते हुए 139 अंक बढ़कर 26,192 पर बंद हुआ।
अब हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 21 नवंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, पहले जान लेते हैं कि गुरुवार को बाजार में क्या खास हुआ।
साल भर बाद 26,200 का स्तर पार
निफ्टी ने सितंबर 2024 के बाद पहली बार 26,200 का अहम स्तर पार किया। इस रैली में रिलायंस इंडस्ट्रीज, HDFC बैंक और एक्सिस बैंक जैसे बड़े हैवीवेट स्टॉक्स की बड़ी भूमिका रही, जिन्होंने इंडेक्स को मजबूती से पॉजिटिव जोन में बनाए रखा।
ब्रॉडर मार्केट्स ने उतना सपोर्ट नहीं दिया और अंडरपरफॉर्म करते दिखे। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने 52-हफ्ते के नए हाई लेवल छुए। हालांकि, वे अपने लाइफटाइम हाई से अभी भी कुछ अंक दूर हैं।
कौन-से सेक्टर रहे मजबूत?
सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी ऑयल एंड गैस सबसे बड़े गेनर रहे। इसके विपरीत, निफ्टी मीडिया और निफ्टी PSU बैंक दबाव में दिखे। इससे साफ संकेत मिला कि खरीदारी चुनिंदा सेक्टर्स में ही केंद्रित रही।
फ्रंटलाइन इंडेक्स जहां मजबूत दिखाई दिए, वहीं ब्रॉडर मार्केट में भागीदारी कमजोर रही। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 दोनों ने इंडेक्स की तुलना में काफी अंडरपरफॉर्म किया।
अब नजर अमेरिकी डेटा पर
वैश्विक स्तर पर निवेशक अब FOMC मीटिंग मिनट्स और अहम अमेरिकी जॉब्स डेटा का इंतजार कर रहे हैं। ये दोनों ही ग्लोबल मार्केट की आने वाली दिशा पर बड़ा असर डाल सकते हैं। इससे गोल्ड और शेयर मार्केट की चाल पर बड़ा असर होगा।
निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय
Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, निफ्टी में तेजी अभी और जारी रह सकती है। घरेलू संकेतों, ग्लोबल मैक्रो डेटा, FII फ्लो और संभावित भारत-अमेरिका ट्रेड डील से मार्केट को सपोर्ट मिलता दिख रहा है।
HDFC Securities के नंदीश शाह का कहना है कि अगर निफ्टी 26,277 के ऊपर साफ तौर पर क्लोजिंग देता है, तो इंडेक्स ब्लू-स्काई जोन में एंट्री कर सकता है। यानी ऊपर की ओर नए लेवल खुलते जाएंगे और निफ्टी में आगे भी मजबूत तेजी देखने को मिल सकती है।
26,000 पर मजबूत सपोर्ट
Centrum Broking के नीलेश जैन के अनुसार, निफ्टी ने 26,100 के पास बने डबल-टॉप रेजिस्टेंस को तोड़ दिया है और अब इसके लिए 26,000 महत्वपूर्ण सपोर्ट बन गया है। उनकी राय में इंडेक्स जल्द ही 26,400–26,500 की रेंज की ओर बढ़ सकता है।
LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि जब तक निफ्टी 26,100 के ऊपर टिकता है, लॉन्ग पोजिशन के लिए सेंटीमेंट पॉजिटिव रहेगा। लेकिन अगर निफ्टी इस स्तर के नीचे फिसलता है, तो कमजोरी बढ़कर 25,900 तक जा सकती है। वहीं, 26,160 के ऊपर टिके रहने पर निफ्टी 26,300 या उससे ऊपर जा सकता है।
26,277 मनोवैज्ञानिक रेजिस्टेंस
Angel One के ओशो कृष्णन का मानना है कि ब्रॉडर मार्केट की भागीदारी के साथ शॉर्ट टर्म का आउटलुक मजबूत बुलिश है। उन्होंने 26,100-26,000 को अहम सपोर्ट बताया। उन्होंनने 25,800 को अंतिम और सबसे बड़ा सपोर्ट कहा है। निफ्टी का लाइफटाइम हाई 26,277 मनोवैज्ञानिक रेजिस्टेंस है। इसके ऊपर ब्रेकआउट निफ्टी को 26,500 की ओर ले जा सकता है।
SBI Securities के सुदीप शाह के अनुसार, निफ्टी में ऊपर की तरफ रुझान बरकरार है और शॉर्ट टर्म में इंडेक्स 26,350 और 26,500 के स्तर को टेस्ट कर सकता है। नीचे की तरफ सपोर्ट 26,050-26,000 पर मजबूत बना हुआ है।
बैंक निफ्टी ने गुरुवार को भी अपनी मजबूती दिखाई और नए ऑल-टाइम हाई बनाए। इस हफ्ते हर ट्रेडिंग सत्र में इंडेक्स ने नया रिकॉर्ड बनाया है। तकनीकी तौर पर चार्ट स्ट्रक्चर पॉजिटिव है और सुदीप शाह के मुताबिक, बैंक निफ्टी के अगले अपसाइड टारगेट 59,700 और 60,300 रहेंगे।
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